ऐसे करें रुद्राक्ष को धारण, बदल जाएगा आपका जीवन

Wednesday, Apr 24, 2019 - 04:04 PM (IST)

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हिंदू धर्म में रुद्राक्ष की बड़ी महत्वता है। इसका कारण है कि इसका संबंध है, जो भगवान शंकर से है। शास्त्रों की मानें तो इसकी उत्पतित भगवान शंकर के आसुओं से हुई थी, जिस कारण इसे अधिक पावन माना जाता है। लेकिन आज भी ऐसे बहुत से लोग होंगे जो इसेक बार में विस्तरापूर्वक नहीं जानते होंगे औऱ न ही इसे धारण करने के लाभ से वाकिफ़ होंगे। तो चलिए आज हम आपको इससे जुड़े कुछ ऐसे तथ्यों स अवगत करवाते हैं जिससे शायद लगभग लोग अंजान ही होंगे। तो अगर आप भी उन्हीं में से हैं तो चलिए हम आपको बताते हैं इसके बारे में-

अगर कुंडली में सूर्य ग्रह छठवें, आठवें और बारहवें स्थान का स्वामी हो या अगर ये सातवें स्थान पर बैठकर वैवाहिक जीवन में परेशानी पैदा कर रहा हो या फिर कुंडली में सूर्य ग्रह, शनि, राहु और केतु के साथ बैठा है तो ऐसे में एकमुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।

माना जाता है कि इसे धारण करने से व्यक्ति पवित्र और अच्छे आचरण वाला हो जाता है। इसके अलावा ज्योतिष के अनुसार अगर किसी की नौकरी में कोई खतरा हो तो एक मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए। वहीं जो लोग राजनीति में सफ़लता पाना चाहते हैं वो भी यह रत्न पहन सकते हैं।

धारण कैसे करें-
कांसे के शुद्ध बर्तन में पंचामृत और पंचगव्य बना लें और उसमें गुलाब के फूल के पत्ते डाल दें। रुद्राक्ष या उसकी माला को उसमें स्नान करवाएं। फिर भगवान शिव के मंत्र का जप करें। बता दें इसके लिए सबसे ज्यादा लाभदायक शिव पंचाक्षर मंत्र होता है। फिर से इसे गंगाजल में स्नान कराएं। अब इसे साफ़ लाल कपड़े पर रख दें। चंदन, बिल्वपत्र, लाल पुष्प, धूप-दीप से रुद्राक्ष की पूजा करके अभिमंत्रित करें। इसके अलावा शिव-गायत्री मंत्र का 11 बार जाप कर सकते हैं। आखिर में इस रुद्राक्ष को किसी शिवलिंग पर अर्पित कर दें।

मंत्र-
ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥

Jyoti

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