Republic Day: आइए जानें, ‘गणतंत्र दिवस’ का रोचक इतिहास

Thursday, Jan 26, 2023 - 07:59 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

Republic Day 2023: कुछ ही दिनों में सारा देश 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाने वाला है। हर वर्ष की तरह इस बार भी इंडिया गेट से लेकर राष्ट्रपति भवन तक कर्तव्य पथ से होकर भव्य परेड निकाली जाएगी जिसकी सलामी देश के राष्ट्रपति लेंगे। परेड में भारतीय सेना, वायुसेना, नौसेना आदि की विभिन्न रेजिमेंट हिस्सा लेती हैं।



1100  रुपए मूल्य की जन्म कुंडली मुफ्त में पाएं। अपनी जन्म तिथि अपने नाम, जन्म के समय और जन्म के स्थान के साथ हमें 96189-89025 पर व्हाट्सएप करें

Why do we celebrate Republic Day on 26th January: इस दिन हम भारतवासी तिरंगा फहराने, राष्ट्रगान के साथ-साथ कई देशभक्ति के कार्यक्रमों का या तो आयोजन करते हैं या उसका हिस्सा बनते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर गणतंत्र दिवस को 26 जनवरी के दिन ही क्यों मनाया जाता है ? यह तथ्य भी दिलचस्प है कि 1947 में आजादी से पहले 26 जनवरी को स्वतंत्रता दिवस के रूप में भी मनाया जाता था। गणतंत्र दिवस के रोचक इतिहास के बारे में आपको यहां बता रहे हैं।  

अंग्रेजों से देश को 15 अगस्त, 1947 को आजादी मिली लेकिन देश का संविधान इसके तीन वर्ष बाद 26 जनवरी, 1950 को लागू किया गया था, जिसके कई कारण थे। देश स्वतंत्र होने के बाद 26 नवम्बर, 1949 को संविधान सभा ने संविधान अपनाया था। वहीं, 26 जनवरी 1950 को संविधान को लोकतांत्रिक प्रणाली के साथ लागू किया गया। इस दिन भारत को पूर्ण गणतंत्र घोषित किया गया।



26 जनवरी को संविधान लागू करने का एक प्रमुख कारण है कि सन् 1930 में इसी दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने देश की पूरी तरह से आजादी की घोषणा की थी। सन् 1929 को पंडित जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में इंडियन नैशनल कांग्रेस के जरिए एक सभा का आयोजन किया गया था जिसमें आम सहमति से इस बात की घोषणा की गई कि अंग्रेज सरकार भारत को 26 जनवरी, 1930 तक ‘डोमिनियन स्टेटस’ दे। इसी दिन पहली बार भारत का स्वतंत्रता दिवस मनाया गया था। 15 अगस्त, 1947 को आजादी मिलने तक 26 जनवरी को ही स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता था।

26 जनवरी, 1930 को पूर्ण स्वराज घोषित करने की तारीख को महत्व देने के लिए 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू किया गया और 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस घोषित किया गया।

Time to be a Republic गणतंत्र बनने का समय: भारत 26 जनवरी, 1950 को सुबह 10 बजकर 18 मिनट पर एक गणतंत्र राष्ट्र बना। उसके ठीक 6 मिनट बाद 10 बजकर 24 मिनट पर डा. राजेन्द्र प्रसाद ने भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। इस दिन पहली बार वह राष्ट्रपति के रूप में बग्गी पर बैठकर राष्ट्रपति भवन से बाहर निकले थे, जहां उन्होंने पहली बार सेना की परेड की सलामी ली और पहली बार उन्हें ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया था।

Republic Day is celebrated for 6 days 6 दिन तक मनाया जाता है गणतंत्र दिवस: गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम 24 जनवरी को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार पाने वाले बच्चों के नाम की घोषणा करने के साथ शुरू होता है, गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर 25 जनवरी की शाम को राष्ट्रपति देश के नाम संबोधन देते हैं।



 26 जनवरी को मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। इस दौरान कर्तव्य पथ पर परेड निकाली जाती है जिसे पहले राजपथ के नाम से जाना जाता था।

27 जनवरी को प्रधानमंत्री परेड में शामिल हुए एन.सी.सी. कैडेट्स के साथ दिल्ली में लगे उनके शिविर में मुलाकात करते हैं और उनकी परेड की सलामी लेते हैं।

फिर 29 जनवरी को राष्ट्रपति भवन वाले रायसीना हिल्स पर ‘बीटिंग द रिट्रीट’ नामक कार्यक्रम के साथ गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम समाप्त होता है।

Niyati Bhandari

Advertising