Remedies for Bhagyank 2: भाग्यांक 2 वालों के लिए सफलता की चाबी, नौकरी में तरक्की चाहिए तो अपनाएं ये आसान उपाय
punjabkesari.in Sunday, Nov 30, 2025 - 08:00 AM (IST)
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Remedies for Bhagyank 2: भाग्यांक 2 वाले जातकों का सीधा संबंध चंद्रमा ग्रह से होता है। ज्योतिष और अंक ज्योतिष के अनुसार, चंद्रमा मन, शांति, संवेदनशीलता और भावनाओं का कारक है। नौकरी या कार्यक्षेत्र में तरक्की पाने के लिए भाग्यांक 2 वालों के लिए चंद्रमा को मजबूत और संतुलित रखना अत्यंत आवश्यक है। जब चंद्रमा मजबूत होता है, तो मन शांत रहता है, निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है और कार्यस्थल पर आने वाली भावनात्मक चुनौतियों से निपटना आसान हो जाता है, जिससे सफलता के रास्ते अपने आप खुल जाते हैं। यदि आपका भाग्यांक 2 है और आप नौकरी में शानदार तरक्की चाहते हैं, तो इन सरल और प्रभावी उपायों को अवश्य अपनाएं:

चंद्रमा को मजबूत करने के मुख्य उपाय-
सोमवार का व्रत और शिव पूजा:
सोमवार का व्रत रखें या इस दिन भगवान शिव और उनके मस्तक पर विराजमान चंद्रमा की पूजा करें। शिवलिंग पर दूध, जल और सफेद चंदन अर्पित करें। इससे मानसिक शांति मिलती है और कार्यक्षेत्र में स्थिरता आती है।
सफेद रंग का प्रयोग:
सोमवार के दिन या महत्वपूर्ण मीटिंग/इंटरव्यू के दौरान सफेद रंग के वस्त्र पहनें। अपनी डेस्क या कार्यक्षेत्र पर सफेद रंग की कोई वस्तु रखें। सफेद रंग शांति और सकारात्मकता लाता है।
चांदी धारण करें:
ज्योतिषी से सलाह लेकर चांदी की अंगूठी या ब्रेसलेट धारण करें। चांदी चंद्रमा की धातु है, जो मन को स्थिर करती है और नकारात्मक विचारों को दूर रखती है।
मानसिक शांति और भावनात्मक नियंत्रण के लिए उपाय
भाग्यांक 2 वाले लोग स्वभाव से बेहद भावुक और संवेदनशील होते हैं। करियर में तरक्की के लिए भावनाओं को नियंत्रित करना और मानसिक शांति बनाए रखना बहुत ज़रूरी है।

नियमित ध्यान
रोजाना कम से कम 10 से 15 मिनट तक ध्यान करें। इससे भावनाएं नियंत्रित होती हैं, कार्यस्थल का तनाव कम होता है और आपकी निर्णय क्षमता मजबूत होती है।
जल तत्व का संतुलन:
भाग्यांक 2 जल तत्व का प्रतिनिधित्व करता है। अपने घर या कार्यक्षेत्र के उत्तर-पश्चिम दिशा को साफ रखें। पानी पीने के लिए चांदी के गिलास का प्रयोग करना बहुत शुभ माना जाता है।
आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता बढ़ाने के उपाय
भाग्यांक 2 वालों में सहयोग और कूटनीति का गुण होता है, लेकिन तरक्की के लिए आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता भी जरूरी है।
सूर्य को अर्घ्य:
रोजाना सुबह स्नान के बाद उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दें। इससे साहस, आत्मविश्वास और नेतृत्व के गुण बढ़ते हैं।
हनुमान चालीसा का पाठ:
प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें। हनुमान जी की पूजा से मंगल की सकारात्मक ऊर्जा मिलती है, जो आपको कार्यक्षेत्र में पहचान और तरक्की के अवसर दिलाने में मदद करती है।
दान और सेवा
दूसरों की सेवा और दान करने से ग्रह मजबूत होते हैं और भाग्य का साथ मिलता है।
सफेद वस्तुओं का दान:
सोमवार के दिन दूध, चावल, दही या सफेद रंग की मिठाई का दान करें। इससे चंद्रमा प्रसन्न होते हैं।
माता की सेवा:
अपनी माता या माता समान किसी स्त्री की सेवा करें और उनका आशीर्वाद लें। चंद्रमा माता का कारक ग्रह है। उनका आशीर्वाद आपकी तरक्की के लिए सबसे बड़ा उपाय है।

