खाने से जुड़ीं ये बातें, दिलाएंगी दुर्भाग्य से छुटकारा
Thursday, Apr 05, 2018 - 02:35 PM (IST)
शास्त्रों में कहा गया है कि प्रत्येक व्यक्ति को खाना खाते कुछ सावधानियां रखनी चाहिए, जिनसे उनके स्वास्थ्य को लाभ हो व देवी-देवताओं का कृपा प्राप्त हो सके। आज हम आपको एेसी ही कुछ मान्यताओं के बारे में बताने जा रहें हैं, जो प्राचीन समय से चली आ रही हैं। यदि व्यक्ति इन बातों पर अमल कर लेता है तो उसे दुर्भाग्य से भी छुटाकारा मिल जाता है।
यहां जानें इससे संबंधित बातें-
भोजन करते समय व्यक्ति का मुख हमेशा पूर्व और उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए। इससे शरीर को भोजन से अधिक ऊर्जा प्राप्त होती है।
वहीं शास्त्रों के अनुसार दक्षिण दिशा की ओर मुख करके भोजन करना अशुभ माना जाता है, इस दिशा में भोजन करने से रोगों की वृद्धि होती है।
हमेशा खाने के थाल को किसी बाजोट या लकड़ी की पाटे पर रखकर ही भोजन करना चाहिए।
खाना बनाने वाले व्यक्ति को स्नान करके और पूरी तरह से पवित्र होकर ही खाना बनाना चाहिए।
बिस्तर पर बैठकर भोजन करना, खाने के थाल को हाथ में लेकर भोजन करना तथा खड़े होकर भोजन कभी नहीं करना चाहिए, बल्कि हमेशा नीचे बैठकर ही करना चाहिए क्योंकि जमीन पर बैठकर खाना खाने का अर्थ सिर्फ भोजन करने से नहीं है। यह एक प्रकार का योगासन कहा जाता है। इसके अलावा ग्रथों में वर्णित है कि पद्मासन में बैठकर खाने से आप मानसिक तनाव से दूर होते हैं।
खाना बनाते समय मन शांत रखें साथ ही, इसके अलावा भोजन बनाने से पूर्व अपने इष्टदेव का ध्यान करें। किसी देवी-देवता के मंत्र का जाप भी किया जा सकता है।
भोजन करने से पहले अन्न देवता, अन्नपूर्णा माता का स्मरण करना चाहिए।
देवी-देवताओं को भोजन के लिए धन्यवाद देते हुए खाना खाएं। साथ ही, भगवान से ये प्रार्थना भी करें कि सभी भूखों को भोजन प्राप्त हो।
कभी भी परोसे हुए खाने की बुराई नहीं करें। इससे अन्न का अपमान होता है।
खाना खाने से पहले पांच अंगों (दोनों हाथ, दोनों पैर और मुंह) को अच्छी तरह से धो लेना चाहिए। मान्यता है कि भीगे हुए पैरों के साथ भोजन करना बहुत शुभ होता है। इससे स्वास्थ्य लाभ भी प्राप्त होते हैं और उम्र बढ़ती है।