Kundli Tv- इस मंदिर में गणपति की होती है अनोखी पूजा

Wednesday, Dec 12, 2018 - 03:11 PM (IST)

ये नहीं देखा तो क्या देखा(video)
देशभर में ऐसे कई मंदिर हैं, जो अपनी अनोखी परंपराओं के चलते बहुत प्रसिद्ध है। आज भी हम आपको एक ऐसे ही मंदिर के बारे में बताने जा रहें हैं जो न केवल देश में बल्कि विश्वभर में अपनी एक अजीबो-गरीब मान्यता के चलते प्रसिद्ध हासिल किए हुए हैं। अगर बात करें सबसे दिलचस्प और रोचक परंपराएं वाले मंदिरों के बारे में तो मध्य प्रदेश का नाम सबसे ऊपर आता है। कहा जाता है कि यहां ऐसे बहुत से मंदिर हैं, जिनके किस्से बेहद रोचक हैं। आज हम बात करेंगे इंदौर के खजराना गणेश मंदिर के बारे में और जानेंगे इससे जुड़े कुछ ऐसे किस्से जिनके बारे में आप नहीं जानते होंगे।

वैसे तो गणेश के कई ऐसे मंदिर हैं, जो अपने आप में एक अलग महत्व रखते हैं। लेकिन इंदौर के इस मंदिर की बात कुछ निराली है, जिसका कारण मंदिर से जुड़ी एक प्रचलित मान्यता है। इस मंदिर से जुड़ी मान्यता ये हैं कि भक्त पहले गणेश से मनोकामना मांगते हैं, जब वो पूरी हो जाती है तो भक्त पहले भगवान गणेश की मूर्ति की पीठ पर उल्टा स्वास्तिक बनाते हैं और उसके बाद उन्हें लड्डूओं का भोग लगाते हैं।

इंदौर में स्थित प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर से जुड़ी यह मान्यता है कि यहां श्रद्धालु जो भी कामना लेकर आते हैं, वह जरुर पूरी होती है। मन्नत पूरी होने पर भक्त भगवान गणेश की प्रतिमा की पीठ पर उल्टा स्वस्तिक बनाते हैं और भगवान गणेश को लड्डुओं का भोग लगाते हैं। कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण 1735 में होल्कर वंश की महारानी अहिल्याबाई ने करवाया था। लोक मान्यताओं के अनुसार श्रद्धालु इस मंदिर की तीन परिक्रमा लगाते हैं और मंदिर की दीवार में धागा बांधते हैं।

कैसे हुई थी मंदिर की स्थापना
इस मंदिर में स्थापित प्राचीन प्रतिमा के बारे में कहा जाता है कि यह प्रतिमा एक स्थानीय पंडित को सपने में दिखी थी। इसी सपने के बाद रानी अहिल्या बाई होल्कर ने खुदाई कर ज़मीन के नीचे से मूर्ति निकलवा कर स्थापित करवाई। कहा जाता है कि जहां से प्रतिमा निकाली गई थी वहां एक जलकुंड़ है, जो आज भी मंदिर के ठीक सामने है।

बुधवार का है विशेष महत्व
वैसे तो रोज़ यहां पूजा और आरती होती है, लेकिन बुधवार का दिन यहां के लिए खास होता है। उस दिन यहां विशेष पूजा और आरती आयोजित की जाती है। जिसमें शामिल होने को लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।

सबसे धनी गणेश मंदिरों में से एक है खजराना गणेश मंदिर
श्रद्धालुओं की ओर से चढ़ाए जाने वाले नकद-चढ़ावे को देखते हुए खजराना गणेश मंदिर मध्य प्रदेश ही नहीं बल्कि देश के कई मंदिरों से काफी आगे है। इसलिए इस मंदिर को देश के सबसे धनी मंदिरों में से एक माना जाता है। माना जा रहा है कि जबसे यहां ऑनलाइन दान देने की व्यवस्था शुरू हुई है तब से इसमें और भी इजाफ़ा हुआ है।

प्रथम निमंत्रण गणेश को
यहां एक परंपरा ये भी है कि विवाह, जन्मदिन जैसा कोई भी शुभ काम हो तो भक्त सबसे पहले इस मंदिर में आकर सिंदूर का तिलक लगाते हैं। इसके साथ ही घर आदि में होने वाले धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों का पहला निमंत्रण खजराना गणेश को भेजा जाता है।
सनातन धर्म में क्यों बंटे हैं भगवान ? (video)

Jyoti

Advertising