क्या आप जानते हैं भगवान गणेश को क्यों प्रिय हैं मोदक ?
Thursday, Jun 27, 2019 - 11:20 AM (IST)
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हिंदू धर्म में बहुत सी मान्यताएं प्रचलित हैं, आज हम बात करेंगे उन्हीं में से एक है भगवान को भोग लगाने की मान्यता के बारे में। कहते हैं कि ऐसी कोई भी चीज़ व्यक्ति को खानी नहीं चहिए जो उसने पहले भगवान को अर्पण न की हो। यानि बिना भोग लगाए किया गया भोजन करने से व्यक्ति को पाप का भागी बनना पड़ता है। जैसे कि हम सबको खाने में कुछ न कुछ खास पसंद होता है, ठीक उसी तरह भगवान को भी कोई न कोई वस्तु अधिक प्रिय होती है। बात करेंगे भगवान गणेश के प्रिय भोग की, जिसके बारे में सब जानते ही हैं कि उन्हें मोदक सबसे ज्यादा पसंद हैं।लेकिन क्या आप में से किसी को पता है कि उन्हें लडडू अधिक प्रिय क्यों हैं? अगर नहीं जानते आप तो चलिए हम आपको बताते हैं इसके पीछे जुड़े रहस्य के बारे में।
एक पौराणिक कथा के अनुसार एक बार ऋषि अत्रि और उनकी पत्नी ने भगवान गणेश को अपने यहां भोजन के लिए आमंत्रित किया। जब गणेश जी उनके यहां भोजन के लिए पहुंचे तो अनसूया उनके के लिए भोजन परोसती हैं। अनुसूया खाना परोसती जाती इधर गणेश झट से खाना खत्म कर देते थे। बार-बार ऐसा होने पर अनुसूया चिंता में पड़ गईं कि यदि गणेश जी का पेट नहीं भरा तो यह अच्छा नहीं होगा। घर बुलाए अतिथि को तो भर पेट भोजन करना चाहिए। जब अनुसूया बहुत परेशान हो गई तो उन्हें एक उपाय ध्यान में आया। उसने सोचा कि भोजन के उपरांत कुछ मीठा परोसने पर भगवान गणेश जी की भूख शांत हो जाएगी। ऐसे में वह गणेश जी के सामने मोदक का थाल लेकर आईं।
भगवान गणेश ने जब लड्डू खाए तो खुशी से झूम उठे। मीठा-मीठा लड्डू उनके मुंह में आसानी से घुल जाता और वे मजे से इसे खाते। लड्डू के मीठेपन से उनका पेट और मन दोनों भर गया। एक बार माता पार्वती ने भी गणेश जी के सामने लड्डू का वर्णन किया। जिसे सुनकर भगवान गणेश उसे खाने की इच्छा प्रकट की और उसके बाद माता पार्वती द्वारा मोदक मिलते ही वह बहुत खुश हुए। कहते हैं कि तभी से ये मान्यता है कि भगवान गणपति को लड्डूओं का भोग लगाने से वे शीघ्र प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों की मनोकामना जल्दी पूरी करते हैं।