ऐसे घरों में हमेशा निवास करत हैं देवी लक्ष्मी

Wednesday, Mar 24, 2021 - 12:49 PM (IST)

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एक बहुत धनी सेठ थे। एक रात उन्होंने स्वप्न देखा कि लक्ष्मी जी उनसे कह रही हैं, ‘‘सेठ, मैंने बहुत दिनों तक तुम्हारे यहां निवास किया है। अब तुम्हारा पुण्य समाप्त हो गया है। अब थोड़े दिनों में मैं तुम्हारे यहां से चली जाऊंगी। मुझसे जो भी मांगना हो मांग लो।’’

सेठ जी बोले, ‘‘मैं अपने परिवार से सलाह लेकर आपको कल बताऊंगा।’’ 

सुबह जब सेठ की नींद खुली तो उसने पूरे परिवार को सारी बात बताई। क्या मांगा जाए? इसके बारे में सबके अलग-अलग विचार थे। कोई कह रहा था कि इतनी धन दौलत मांग लो कि पूरा जीवन आराम से बीत जाए तो कोई कह रहा था कि जीवन भर के लिए अन्न मांग लो। किसी ने सलाह दी कि ढेरों जमीन मांग ली जाए जिसमें खेती करके अपना जीवन आराम से काट लेंगे।

सेठ की छोटी बहू बहुत बुद्धिमान थी। वह चुपचाप सबकी बातें सुन रही थी। अंतत: वह बोली, ‘‘पिता जी, मेरे हिसाब से धन-दौलत और खेतीबाड़ी मांगना ठीक नहीं है क्योंकि यह सब लक्ष्मी जी के साथ ही चला जाएगा। आखिर ये सब लक्ष्मी का ही हिस्सा हैं। हमें इनकी बजाय परस्पर प्रेम का वरदान मांगना चाहिए।’’ 

‘‘अगर परिवार के सभी सदस्यों में प्रेम बना रहेगा तो बड़ी से बड़ी मुसीबत भी आराम से कट जाएगी।’’

सेठ को छोटी बहू की बात पसंद आई। दूसरे दिन स्वप्न में उसने लक्ष्मी जी से परिवार का प्रेम मांगा। लक्ष्मी जी बहुत प्रसन्न हुईं। उन्होंने कहा, ‘‘जिस परिवार के सदस्यों में आपस में प्रेम होता है, वहां से मैं कभी जा ही नहीं सकती।’’ 

इस प्रकार सेठ के घर में लक्ष्मी का वास सदैव के लिए हो गया।

Jyoti

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