जानिए, अंतिम संस्कार के बाद स्नान करने का धार्मिक व वैज्ञानिक कारण

Sunday, Feb 05, 2017 - 04:15 PM (IST)

किसी के मृत शरीर को कंधा देना व शवयात्रा में जाना सभी धर्मों में पुण्य माना जाता है। धर्मशास्त्रों के अनुसार अंतिम संस्कार के समय वहां मौजूद होने से व्यक्ति को जीवन की सच्चाई का आभास होता है। अक्सर देखा जाता है कि अंतिम संस्कार के बाद स्नान करना जरूरी होता है। बहुत सारे लोग हैं जिनको इसके कारणों का पता नहीं है। जबकि अंतिम संस्कार के बाद स्नान करने के पीछे धार्मिक अौर वैज्ञानिक कारण हैं। 

 

श्मशान से वापिस आने के बाद स्नान करने के पीछे धार्मिक कारण यह है कि श्मशान घाट पर ऐसे कार्य होने से वहां पर नकारात्मक ऊर्जा होती है। जो कमजोर मनोबल वाले व्यक्ति को नुक्सान पहुंचा सकती है। महिलाएं पुरुषों की अपेक्षा भावुक होती हैं इसलिए उन्हें श्मशान भूमि जाने की मनाही होती है। कहा जाता है कि दाह संस्कार होने के बाद भी मृतआत्मा का सूक्ष्म शरीर कुछ समय तक वहां पर मौजूद होता है। जो किसी पर हानिकारक प्रभाव डाल सकता है। 

 

अंतिम संस्कार के बाद स्नान करने के पीछे वैज्ञानिक कारण भी है। अंतिम संस्कार से पहले शव वातावरण में उपस्थित सूक्ष्म और संक्रामक कीटाणुओं से ग्रसित हो जाता है। इसके अतिरिक्त मृत व्यक्ति का शव भी संक्रामक रोग से ग्रसित हो जाता है। वहां मौजूद लोगों को भी संक्रामक रोग का असर होने का डर रहता है। लेकिन नहाने से संक्रामक कीटाणु साफ हो जाते हैं। इसलिए अंतिम स्नान के बाद स्नान किया जाता है। 


 

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