मासिक कार्तिगाई- इन राशियों की Life के चमकेंगे सितारे

Friday, May 22, 2020 - 08:05 AM (IST)

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आज 22 मई, शुक्रवार ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि है। जो रात्रि 11: 9 तक रहने वाली है। अमावस्या पर स्नान-दान, पितर तर्पण और श्राद्ध आदि का बहुत महत्व होता है। ये दिन ज्योतिष एवं धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस रोज़ ज्येष्ठ अमावस, मासिक कार्तिगाई, भावुका अमावस, वट सावित्री व्रत तथा शनि जयंती पांच-पांच पर्व, एक साथ पड़ रहे हैं। अपना आज का राशिफल जानने के लिए यहां क्लिक करें।

ज्येष्ठ भावुका अमावस
ज्येष्ठ भावुका अमावस को श्री गंगा आदि तीर्थों पर स्नान,दान,जप, पितृपूजन, ब्राहमण भोजन, आदि कृत्यों का विशेष माहात्मय है। 

वट सावित्री व्रत
वट सावित्री व्रत जो 22 मई, शुक्रवार को ही पड़ रहा है, इस दिन महिलाएं ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि से अमावस, वट वृक्ष का पूजन करके तीन दिवसीय व्रतानुष्ठान करती हैं। यह व्रत स्त्रियों के वैधव्य आदि दोषों के निराकरण एवं पुत्र एवं पति आदि के सुख, सुरक्षा और सौभाग्य के लिए विशेष प्रशस्त माना जाता है। बरगद का पेड़ चिरायु होता है अत: इसे दीर्घायु का प्रतीक मानकर, परिवार के लिए इसकी पूजा की जाती है।

शनि जयंती
शनि संबंधित किसी भी दोष से मुक्ति प्राप्त करने के लिए ये दिन सर्वोत्तम है। आज उनका विधिवत पूजन करें। 12 बरगद के पत्तों को मौली में पिरोकर हार बना लें, फिर इसे शनिदेव को पहनाएं। काले हकीक की माला लेकर इस मंत्र का जाप करें- शं शनैश्चराय नमः॥ 

 मासिक कार्तिगाई
आज अपने घर में सरसों के तेल के दीपक लगाएं। हर तरह की नकारात्मक ऊर्जा से राहत मिलेगी। सुख-शांति बनी रहेगी।

 

Niyati Bhandari

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