Ramleela 2022: प्रकट भये दीनदयाला कौशल्या हितकारी...

Wednesday, Sep 28, 2022 - 12:24 PM (IST)

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नई दिल्ली : रामलीला के दूसरे दिन मंगलवार को प्रभूराम जन्म की मनोरम दृश्य ने लोगों का मन मोह लिया। राजा दशरथ और तीनों रानियों द्वारा खुशियां मनाई गईं और अयोध्या नगरी में नागरिक झूमते-गाते रामलला के आगमन की एक-दूसरे को बधाईं देते दिखाई दिए। वहीं इस दौरान असुरों द्वारा ऋषि-मुनियों को तंग करने के प्रसंग का भी मंचन किया गया। जैसे ही ताडका राक्षसी का मंच पर प्रवेश हुआ लोगों ने जबरदस्त तालियां बजाई। यही नहीं प्रभू राम द्वारा ताडका वध के बाद पूरा लीला मैदान प्रभू श्रीराम की जय-जयकार से गूंज उठा।

लाल किला पर चल रही लव कुश रामलीला में मंगलवार को पुत्र प्राप्ति यज्ञ ,श्रीराम जन्म, नामकरण समारोह, ऋषि विश्वामित्र द्वारा श्रीराम और लक्ष्मण को साथ ले जाना, ताड़का-सुबाहू वध तक की लीला का मंचन किया गया। इसके पूर्व केंद्रीय कानून एवं न्याय राज्य मंत्री सत्य पाल सिंह बघेल, समिति अध्यक्ष अर्जुन कुमार और समिति के अन्य पदाधिकारियो ने प्रभु श्रीराम की पूजा अर्चना की।

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इस अवसर पर बघेल ने कहा कि प्रभु श्रीराम की लीला को जन-जन तक ले जाने का सबसे सशक्त माध्यम रामलीला है। इस अवसर पर समिति के महासचिव सुभाष गोयल के साथ लीला के पदाधिकारियों ने बघेल को शक्ति की प्रतीक गदा और प्रतीक चिन्ह भेंट किया। वहीं श्री नवयुवक रामलीला कमेटी कश्मीरी गेट के तत्वाधान में रामलीला मंचन में कुलगुरू वशिष्ठ के द्वारा प्रभु श्री राम का नामकरण से   लेकर  राम-लक्ष्मण द्वारा ताड़का, सुबाहु और मारीच वध, वह जनकदूत द्वारा महर्षि विश्वामित्र को सीता स्वयंवर में शामिल होने के लिए निमंत्रण पत्र देने तक की लीला का मंचन हुआ। श्रीराम लीला कमेटी पीतमपुरा का मुख्य आकर्षण पुराना किला थीम पर बना मंच है जो दर्शकों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यहां रावण वेदवती संवाद, राम जन्मा और ताडका वध का दूश्य  देखकर लोग विभोर हो उठे।

Jyoti

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