रामायण 2020: महाबली हनुमान जी की कृपा पानी है तो पढ़ें ये चौपाईयां
Tuesday, Apr 28, 2020 - 11:45 AM (IST)
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हिंदू धर्म में मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित है। इसी दिन प्रत्येक व्यक्ति प्रभु श्री राम के परम भक्त वीरों के वीर महादेव को प्रसन्न करने में लगा रहता है। कोई इनकों बजरंगी के नाम से ध्याता है तो कोई समस्त प्रकार के संकटों को दूर करने वाले संकटमोचन के नाम से पूजा है। यूं तो इनके कई नाम हैं परंतु लगभग लोग इन्हें संकटमोचन के नाम से पुकारते हैं। मगर इनको संकटमोचन महाबली हनुमान कैसे बने, इसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। दरअसल श्री राम की जीविनी से भरा ग्रंथ श्री रामायण में कुछ ऐसी चौपाईयां लिखित हैं जिसे पढ़ने सुनने के बाद आप जान सकते हैं कि कैसे संकटमोचम हनुमान बने।
जैसे कि आप लोग जानते हैं कि इस लॉकडाउन के समय में अपनी वेबसाइट के माध्यम से हम आपको हिंदू धर्म से ऐसी बहुत से जानकारी देते आए हैं जिससे आप अभी तक अवगत नहीं थे। तो चलिए अपनी इस कड़ो को बरकरार रखते हुए जानते हैं रामायण की खास चौपाईयों के बारें-
बताया जाता है कि रामायण के एक भाग में महाबली हनुमान जी के सुंदर चरित्र, शक्ति और विजय गाथा का वर्णन किया गया है जिसे सुंदरकांड कहा जाता है। हनुमान जी के अद्वतीय कार्यों को देखकर माता सीता हनुमान जी को आशीर्वाद देती है कि-
मन संतोष सुनत कपि बानी, भगती प्रताप तेज बल सानी।
आसिष दीन्हि रामप्रिय जाना, होहु तात बल सील निधाना।।
तुम बल और शील के निधान होओ।।
अजर अमर गुननिधि सुत होहू, करहुँ बहुत रघुनायक छोहू।
करहुं कृपा प्रभुअस सुनि काना, निर्भर प्रेम मगन हनुमाना।।
उक्त चौपाई में सीता जी के आशीर्वाद से हनुमान जी को संकट मोचन की उपाधि प्राप्त है। इसलिए ऐसा कहा जाता है कि जो भी हनुमान जी की शरण में जाता है उसके जीवन के सभी संकट दूर होते हैं।
मगर अब कुछ लोगों के मन में यकीनन ये प्रश्न भी ज़रूर आया होगा कि इनकी कृपा पाने के लिए क्या करना चाहिए तो चलिए आपको इस बार में भी जानकारी दे ही देते हैं-
मंगलवार के दिन करें ये उपाय-
हनुमान मंदिर या घर के ही पूजा स्थल पर हनुमानजी जी की समक्ष एक नींबू और चार लौंग लेकर जाएं और इस नींबू के ऊपर चारों लौंग अर्पित करें। इसके बाद हनुमान जी के इस बीज मंत्र- ।। ॐ ऐं भ्रीम हनुमते, श्री राम दूताय नम:।। का 108 बार जप करें। मंत्र जप के बाद हनुमान जी से मनोकामना पूर्ति की कामना करते हुए नींबू को अपने साथ ही रख लें।
हनुमान मंदिर में एक गीला नारियल लेकर जाएं, मंदिर में हनुमान जी के सामने खड़े होकर नारियल को अपने सिर से पैर तक 7 बार उतार कर जोर से फोड़ दें। इसके बाद 7 बार श्री हनुमान चालीसा का पाठ वहीं बैठकर करें। फिलहाल इस उपाय को घर के मंदिर में ही कर सकते हैं।
इसके अलावा सबसे आसान उपाय है मंगलवार को हनुमान जी के मंदिर में जाकर एक नारियल पर सिंदूर से स्वस्तिक बनाना तथा इसे हनुमान जी को भेट करना। ध्यान रहे इस दौरान हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करें।