रमजान 2020: कब शुरू होंगे रोजे?

Tuesday, Apr 21, 2020 - 09:39 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ 
प्रत्येक धर्म की अपनी विभिन्न मान्यताएं तथा पर्व त्यौहार आदि है। इन्ही में से एक है इस्लाम धर्म। जिसका सबसे पाक महीना आने को है। जी हां, हम बात कर रहे हैं को रमजान की। इस्लाम धर्म में इस महीने को सबसे पाक कहा जाता है। इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार इस दौरान मुस्लिम भाई रोजे रखते हैं, कुरान शरीढ़ पढ़ते हैं और रात में विशेष तौर पर नमाज अदा करते हैं। कहने का भाव है कि मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए ये महीना अधिक पाक होता हैं। मगर क्यों इस माह को इतना पवित्र माना जाता है इस बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। तो चलिए जानते हैं रमजान से जुड़ी कुछ खास बातें-

चूंकि मुस्लिम समुदाय में इस महीने को सबसे ज्यादा पवित्र माना जाता है, यही कारण है कि इसे पाक महीना भी कहा जाता है। इस पूरे महीने में अल्लाह की इबादत करना बेहद अच्छा होता है। मान्यता है इस महीने में की गई इबादत कभी व्यर्थ नहीं जाती। धर्म की मान्यताओं के अनुसार रमज़ान के पाक महीने में ज़कात देना यानि दान देना सबसे बड़ी इबादत कहलाती है।

कब शुरू होता है रमजान का महीना
इस्लामिक धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस साल अगर चांद का दीदार 23 अप्रैल को हो गया तो 24 अप्रैल से रोजे रखे जाएंगे। वहीं अगर चांद 24 अप्रैल को दिखा तो 25 अप्रैल से रोजे रखे जाएंगे।
कौन-कौन रख सकता है रोजे
कहा जाता है इस्लामिक धर्म की मान्यता है 7 साल की उम्र के बाद व्यक्ति रोजे रख सकता है।

क्यों रखे जाते हैं रोजे 
इस्लामिक धर्म के अनुसार रोजे रखने से अल्लाह खुश होते हैं और सभी दुआओं को कुबूल करते हैं।
ऐसा माना जाता है कि इस महीने की गई इबादत का फल बाकी महीनों के मुकाबले 70 गुना अधिक मिलता है। 

कहा जाता है कि रमज़ान का यह पाक महीना गरीबों का हक अदा करने का महीना होता है। इस महीने में गरीबों को खेरात, ज़कात और सदका दिया जाता है। बताया जाता है जो भी मोमिन माल-ए-हैसियत होता है वह अपने माल की ज़कात मुख्य तौर से इसी महीने में गरीबों को देता है। मान्यता है कि रमज़ान के इस पाक महीने में नेकी करने से 70 गुना सवाब यानि पुण्य मिलता है। कहते हैं ये महीना अमीर और गरीब के बीच के सब फासलों को खत्म कर उनमें एकता पैदा करता है और उन्हें एक समान बनाता है।

Jyoti

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