Ramadan 2022 (19th april 2022): ये है आज का माह-ए-रमजान का समय

Tuesday, Apr 19, 2022 - 08:48 AM (IST)

Ramadan 2022: रमजान की फजीलतें
लोगों को मालूम हो जाए कि रमज़ान क्या चीज़ है तो पूरे साल रमज़ान की तमन्ना करें: कुरआन और अहादीस में रमज़ान की बहुत सी फज़ीलते बयान की गई हैं। यहां तक की अगर लोगों को रमज़ान की हक़ीक़त मालूम हो जाए तो तमन्ना करें कि पूरे साल रमजान ही रहे। रमजान बरकत रहमत और अल्लाह की बे शुमार नेअमतों को पाने का ज़रिया है। रमजान के रोजे हर आकिल बालिग मर्द और औरत पर फज़र किए गए है, रोजा जहां एक तरफ़ तक़वा और परहेजग़ारी सिखाता है, वहीं सैकड़ों जिस्मानी बीमारियों को भी दूर करता है। रोजे की फज़ीलत का अंदाजा इस से लगाया जा सकता है कि अल्लाह ने इसे अपनी तरफ़ निस्बत करते हुए फरमाया कि रोजा मेरे लिए है और मैं ही इसकी जज़ा यानि बदला दूंगा।

-अमरोहवी

रोज़ा गरीब की भूख का एहसास दिलाता है: हदीस में आता है कि हर चीज़ के लिए जकात है और बदन की ज़कात रोज़ा है। रमजान में तीन अशरे होते हैं इसका पहला अशरा यानि शुरू के दस दिन रहमत दूसरा अशरा मग़फिरत और तीसरा अशरा जहन्नम से आज़ादी है। मुसलमानों को चाहिए कि रमज़ान के दिनों में अपने नौकरों के काम में ढील दिया करें। हदीस में आता है कि अपने नौकरों पर इस महीने काम का बोझ इसलिए कम करें कि नौकर रोज़े से हो तो अल्लाह उसे बख्श देगा और जहन्नम से आज़ाद फरमाएगा। रमज़ान में हर आदमी के नेक काम का बदला दस से सात सौ गुना तक दिया जाता है। रमज़ान में मुसलमानों को चाहिए की खूब इबादतें करें, नेक कामों मे कसरत से लगा रहे और हर वक्त जि़क्र ए इलाही से अपनी ज़बान को मुअत्तर रखे।

- मो.चांद

ये है आज का माह-ए-रमजान का समय
इफ्तार
6:49

 सेहरी
4:31

Niyati Bhandari

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