Ramadan 2022 (12th april 2022): ये है आज का माह-ए-रमजान का समय

punjabkesari.in Tuesday, Apr 12, 2022 - 08:51 AM (IST)

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Ramadan 2022: मस्जिदों में मांगी गई देश के लिए दुआ
मस्जिदों में पांच वक्त की नमाज अदा करने रोजेदार बड़ी तादात में जुट रहे हैं। मस्जिदों व मरकजों पर दुआएं मांगी गईं और कुरान शरीफ की तिलावत की कई। भीषण गर्मी में 7-8 साल के बच्चे भी रोजा रखते नजर आए। रमजान माह का जुमा रोजेदारों के लिए खास होता है। हालांकि मस्जिदों में नमाज के बाद लोगों ने देश की अमन-शांति के लिए दुआं मांगी और कहां कि जल्द से जल्द पूरी दुनिया से कोरोना वायरस खत्म हो जाए। इसके साथ छोटे बच्चों ने दुआं मांगते हुए कहा कि अल्लाह हमारा देश और तरक्की करें। 

इफ्तार
6:45

 सेहरी
4:39

रमजान की फजीलतें
इंसान की जिंदगी अल्लाह के बताए रास्ते पर ही संवर सकती है: अल्लाह ने रमजान के रोजे हर बालिग और आकिल पर फर्ज किए हैं। रोजा रखकर वह अल्लाह की रहमत का हकदार बनता है। इस फर्ज को नहीं निभाने में कुछ लोगों को इस गुनाह के लिए बख्श दिया गया है। रोजे रखने का मकसद इंसान के अंदर सच्ची जिंदगी पैदा करना है। इंसान की जिंदगी अल्लाह के बताए रास्ते पर रह कर ही संवर सकती है। -मो.वसीम

गुनाहों की माफी का महीना है रमजान: इस पाक महीने में शैतान को कैद किया जाता है। ताकि एक गुनाहगार बंदा भी अल्लाह की इबादत कर सकें। बाकी इबादत में दिखा हो सकता है लेकिन रोजे रखने में कोई दिखावा नहीं है क्योंकि इंसान अपनी नफ्स को अल्लाह की रजा के लिए रोकता है। इस महीने में अल्लाह पाक अपने बंदों के गुनाह माफ कर उनकी मगफिरत करता है और उन पर अपनी रहमतें नाजिल फरमाता है। जो शख्स किसी शरई वजह के बिना रोजे नहीं रखेगा, वह सख्त गुनाहगार होगा।        

 -शाहरुख अजीज


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Content Writer

Niyati Bhandari

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