Rama Ekadashi 2020: एक ही बार में मिलेगी विष्णु लक्ष्मी की कृपा, इन मंत्रों का करें जप

Tuesday, Nov 10, 2020 - 02:11 PM (IST)

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11 नवंबर, 2020 दिन बुधवार, कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को रमा एकादशी का व्रत के उपलक्ष्य में भगवान विष्णु के साथ-साथ देवी लक्ष्मी किया जाएगा। कार्तिक मास में आने वाली इस एकादशी को बेहद शुभ माना जाता है। क्योंकि इस एकादशी पर न केवल भगवान नारायण बल्कि उनकी अर्धांगिनी देवी लक्ष्मी की पूजा अधिक विशेष मानी जाती है। प्रचलित धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन का नाम रमा देवी लक्ष्मी के नाम से पड़ा है। इसी खास अवसर पर हम आपको भगवान विष्णु के साथ-साथ देवी लक्ष्मी के भी कुछ खास मंत्रों से अवगत करवाने वाले हैं जिनका इस खास दिन जप करने से शुभ फलों को प्राप्ति होती है।

तो चलिए जानते हैं इन खास मंत्रों के बारे में-
विष्णु रूपं पूजन मंत्र- शांता कारम भुजङ्ग शयनम पद्म नाभं सुरेशम।
विश्वाधारं गगनसद्र्श्यं मेघवर्णम शुभांगम।
लक्ष्मी कान्तं कमल नयनम योगिभिर्ध्यान नग्म्य्म।

वन्दे विष्णुम  भवभयहरं सर्व लोकेकनाथम।

हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे।।

ॐ नमोः नारायणाय. ॐ नमोः भगवते वासुदेवाय।

विष्णु कृष्ण अवतार मंत्र-  श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे। हे नाथ नारायण वासुदेवाय।।

लक्ष्मी मंत्र-

ॐ धनाय नम:

धनाय नमो नम:

ॐ  लक्ष्मी नम:

ॐ ह्रीं ह्रीं श्री लक्ष्मी वासुदेवाय नम:

पद्मानने पद्म पद्माक्ष्मी पद्म संभवे तन्मे भजसि पद्माक्षि येन सौख्यं लभाम्यहम्।

ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नम:

ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नम:

ॐ ह्रीं श्री क्रीं क्लीं श्री लक्ष्मी मम गृहे धन पूरये, धन पूरये, चिंताएं दूरये-दूरये स्वाहा:।

कैसे करें मंत्रों का जाप-
इस दिन प्रात स्नान आदि के बाद घर के पूजा स्थल में पीले या केसरिया रंग के वस्त्र पहन कर श्री हरि विष्णु की प्रतिमा को गंगाजल से स्नान करवाकर, अगर प्रतिमा न हो तो इनके चित्र पर गंगाजल का छिड़काव करें इन पर केसर चंदन, सुगंधित फूल, तुलसी की माला, पीताम्बर वस्त्र कलेव एवं फल चढ़ाकर श्रद्धाभाव से पूजा करें। इसके अलावा भगवान विष्णु को केसरिया भात, खीर या दूध से बने मिष्ठानों का भोग लगाएं।

फिर धूप व दीप जलाकर पीले आसन पर बैठ तुलसी की माला से ही विष्णु जी के मंत्रों का जाप करें। बता दें अपनी श्रद्धा के अनुसार इन मंत्रों का जप कर सकते हैं। 

ऐसे करें देवी लक्ष्मी के मंत्रों का जप-
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार लक्ष्मी माता के मंत्रों का जप हमेशा स्फटिक की माला से करना चाहिए। इससे धन की प्राप्ति होती है साथ ही साथ इन मंत्रों के जप से मन एकाग्र करने में भी सहायता मिलती है।

Jyoti

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