Raksha Bandhan 2020: वास्तु से जानें राखी बांधते समय इन बातों का रखें ध्यान

Sunday, Aug 02, 2020 - 06:31 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
इससे पहले हमने आपको बताया कि जो लड़कियां राखी का त्यौहार अपने भाईयों से दूर रहकर मनाने की इच्छा रखती हैं।तो उन्हें इस दौरान क्या करना चाहिए। अब इसके बाद अब हम आपको बताने वाले हैं कि अपने भाई राखी बांधते समय आपको वास्तु के अनुसार किन बातों का ख्याल रखना चाहिए। जी हां, इसमें कुछ ऐसी जानकारी दी गई जिसके बारे में बहुत से लोग अभी भी अंजान है। वास्तु शास्त्र के अनुसार इस दौरान भाई को राखी बांधना तो बहुत अच्छा होता पर तब जब इसको सही से बांधा जाए। इस बारे में जानकारी देने से पहले आपको बता दें कि इस बार रक्षा बंधन का त्यौहार 03 अगस्त यानि हर साल की तरह श्रावण पूर्णिमा को पड़ रहा है। खास बात ये है कि इस बार सावन का आरंभ भी सोमवार को हुआ था और इसका समापन भी सोमवार के दिन हुआ जिस कारण इस दिन यानि श्रावण पूर्णिमा जिस दिन रक्षा बंधन का त्यौहार मनाया जाता है, का महत्व और अधिक बढ़ गया है। ऐसे में इस दिन शुभ फल प्राप्त करने की इच्छा भी सभी के अंदर बढ़ जाती है। इसलिए हम लाएं हैं आपके लेिए वास्तु टिप्स, जिसमें बताया है राखी बांधते समय बहन-भाई को किस बात का ख्याल रखना चाहिए। 

जैसे कि सब जानते हैं कि बाज़ार में कई प्रकार की राखियां मिलती हैं, इनमें चमकदार और आकर्षक बनाने वाले कई तरह की आर्टिफिशियल चीजों का इस्तेमाल किया जाता है।  मगर अगर वास्तु की मानें तो राखी हमेशा वहीं बांधनी चाहिए, जो प्राकृतिक चीजों से बनी हो। ऐसी राखी शुभ प्रभाव देती है। 

रंगों का हमारे जीवन पर बहुत प्रभाव पड़ता है। ठीक उसी तरह बहनों को राखी खरीदते समय इसके रंगों पर खास ध्यान देना चाहिए। ख्याल रखें कि भाई की कलाई पर काले रंग की राखी कभी न बांधें। वास्तु के मुताबित हमेशा लाल, पीली और नारंगी रंग की राखियां कलाई पर बांधने से शुभ फल प्राप्त होते हैं। 

इतना तो सब जानते हैं कि वास्तु में दिशा का विशेष महत्व है, तो अब आप ये भी समझ गए होंगे कि राखी बांधते वक्त इस बात का भी खास ख्याल रखना ज़रूरी होगा। वास्तु के अनुसार जिस समय आप अपने भाई को खीरा बांधे, तो इस बात का ध्यान रखें कि आपके भाई उत्तर पूर्व या पूर्व दिशा में बैठें, कहा जाता है इससे सकारात्मकता बनी रहती हैं। ध्यान रखें उत्तर पश्चिम दिशा में राखी बंधवाना शुभ नहीं होता। 

साथ ही साथ राखी बांधते समय ख्याल रखें कि अपने घर की खिड़की और दरवाजें खोलकर रखें ताकि साकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता रहे। 

Jyoti

Advertising