Rajim Kumbh Mela 2024: चार धाम की यात्रा का पुण्य प्राप्त करने के लिए लगाएं यहां डुबकी

Sunday, Mar 03, 2024 - 02:49 PM (IST)

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Rajim Kumbh 2024: राजिम छत्तीसगढ़ राज्य का एक छोटा-सा शहर है जो रायपुर से 45 किलोमीटर दूर स्थित है। राजिम को छत्तीसगढ़ का प्रयाग माना जाता है और राजिम माघी पुन्नी मेला छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी धार्मिक सभाओं में से एक है जिसमें लाखों श्रद्धालु शामिल होते हैं। लाखों साधु-संत, भिक्षु, आध्यात्मिक गुरु और आध्यात्मिक प्रमुख, धार्मिक संगठन हर साल राजिम पहुंचते हैं। 

तीन पवित्र नदियों महानदी, पैरी और सोंदुर के ‘त्रिवेणी संगम’ में पवित्र डुबकी लगाई जाती है। राजीव लोचन मंदिर, कुलेश्वर महादेव मंदिर और राजिम कर्मा माता मंदिर राजिम के कुछ महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल हैं।

Fair going on on the theme of Ramotsav रामोत्सव की थीम पर चल रहा मेला
‘रामोत्सव’ थीम पर आयोजित मेला 8 मार्च तक चलेगा। राजिम सहित आसपास के क्षेत्रों को लाइटों से डेकोरेट किया गया है। राजिम मेला क्षेत्र के पैरी नदी किनारे सीताबाड़ी में लोगों की भीड़ बढ़ती जा रही है।    

Big and main center of oil business तेल व्यवसाय का बड़ा और मुख्य केन्द्र 
राजिम को तेल व्यवसाय का बड़ा और मुख्य केन्द्र माना जाता है। तेल का व्यवसाय करने वाली जाति की आज भी इस क्षेत्र में काफी बाहुल्यता है। राजिम की किंवदंतियों में तेली समाज की अहम भूमिका भी सुनने को मिली है। एक किंवदंती यह भी है कि राजिम तेलिन बाई नामक भक्तिन माता के नाम से ही इस शहर का नाम राजिम पड़ा, जो प्राचीन काल में कमलक्षेत्र पद्मावती पुरी के नाम से प्रख्यात था।

One of the developed cities विकसित नगरों में से एक
राजिम प्रदेश के विकसित नगरों में से एक है। यहां की प्राचीन धरोहरों के अवशेष राजिम की महानदी घाटी की सभ्यता के सशक्त द्योतक हैं, जिसकी प्रमाणिकता पर कोई प्रश्नचिन्ह नहीं है। राजिम के साहित्यकार और भागवताचार्य संत कृष्णारंजन तिवारी ने अपनी किताब महानदी घाटी की सभ्यता में राजिम के विभिन्न बिन्दुओं की तार्किक ढंग से व्याख्या की है, जिसमें उन्होंने सिंधु घाटी की सभ्यता की तरह महानदी घाटी की सभ्यता को भी काफी विकसित और समृद्धशाली बताया है। हालांकि, इसकी पूर्ण रूप से पुष्टि नहीं की जा सकती। चूंकि शासन द्वारा राजिम माघी पुन्नी मेला को कुंभ कल्प का स्वरूप दिया गया है, इससे राजिम की कला, संस्कृति और सभ्यता की ख्याति भी देश-दुनिया तक फैली है जिसका मुख्य कारण राजिम में आयोजित होने वाला कुंभ कल्प ही है।


 

Prachi Sharma

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