Raja yoga: एक साथ 2 राजयोग, इन चार राशियों का बदल देंगे भाग्य

Wednesday, May 24, 2023 - 07:27 AM (IST)

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Raja yoga in Hindu astrology: वैदिक ज्योतिष में समय-समय पर ग्रहों के कई योग बनते हैं, जो शुभ भी होते हैं और अशुभ भी होते हैं। शुभ योग जहां कई राशि वालों को मनचाही सफलता दे देते हैं तो अशुभ योग कई बार सफलता में बाधक भी बन जाते हैं और कोई न कोई परेशानी भी दे देते हैं। ज्योतिष मुताबिक हर ग्रह एक निश्चित समय अंतराल पर राशि परिवर्तन करते हैं। ग्रहों का एक राशि से दूसरी राशि में जाना ग्रह गोचर कहलाता है, इससे कई राजयोग का भी निर्माण होता है, जिसका प्रभाव राशियों पर शुभ और अशुभ दोनों होता है।

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What happens if you have Rajyog in Kundali: वैसे तो ज्योतिष में सैंकड़ों की संख्या में योग हैं लेकिन कुछ विशेष योग भी होते हैं जिनके बनने से व्यक्ति ऊंचा पद, प्रतिष्ठा और खूब दौलत हासिल करता है। ऐसे ही शुभ योगों में महालक्ष्मी योग और गजकेसरी योग भी शामिल है।

Rajyog in Kundli Prediction: ज्योतिष शास्त्र में दिलचस्पी रखने वाले दर्शकों की जानकारी के लिए  24 मई को एक साथ  2 शुभ राजयोग का निर्माण होने जा रहा है, जिसका असर आने वाले कई दिनों तक दिखेगा और इन राजयोगों के चलते कई राशियों की किस्मत चमक जाएगी। सबसे पहले मैं महालक्ष्मी योग की बात करूंगा और फिर उन राशियों की बात करूंगा जिनके लिए एक साथ 2 राजयोगों का बनना वरदान साबित होने वाला है।

कुंडली में मौजूद योग के आधार पर ही व्यक्ति के भाग्य का निर्माण होता है। व्यक्ति के भाग्य पर इसका असर देखने को मिलता है। किसी की कुंडली में मंगल सहित लक्ष्मी योग और अन्य महत्वपूर्ण योग हो तो उसके भविष्य काफी अच्छे माने जाते हैं। महालक्ष्मी राजयोग के निर्माण से करियर में समृद्धि प्राप्त होती है। गरीबी से राहत और धन प्राप्ति के योग बनते हैं। ऐसा तब होता है, जब महालक्ष्मी योग के पक्ष में होता है। महालक्ष्मी योग सुनिश्चित करता है कि व्यक्ति की कुंडली में यह मूल समृद्ध धनवान और समृद्धि योग है।

लक्ष्मी योग एक ऐसा योग है जिसे हर कोई अपनी कुंडली में देखना चाहता है। कुंडली में लक्ष्मी योग होने पर व्यक्ति को कई स्रोतों से धन की प्राप्ति होती है। कुंडली में कई तरह के लक्ष्मी योग बनते हैं। मुख्य रूप से यह 5 तरह के होते हैं। लक्ष्मी योग, महालक्ष्मी योग, श्रीलक्ष्मी योग, अष्टलक्ष्मी योग और नव लक्ष्मी योग।

इनमें से महालक्ष्मी योग जिस भी जातक की कुंडली में होता है, वह बहुत धनवान होता है। यह योग तब बनता है जब दोनों त्रिकोण के स्वामी केंद्र में बैठे हो और उन पर तीन शुभ ग्रहों की दृष्टि पड़ रही हो। इस योग का बनना वैसे बहुत मुश्किल माना जाता है लेकिन यदि आंशिक रूप से भी यही योग किसी की कुंडली में बन रहा है तो वह व्यक्ति धनवान होता है। बचपन से ही ऐसे लोग बहुत संपन्न परिवार में जन्म लेकर जीवन की सारी सुख सुविधाएं प्राप्त करते हैं और अपने दम पर लक्ष्मी कमाने में कामयाब होते हैं।

कुंडली में यदि चंद्रमा और मंगल की युति हो रही हो तो इससे भी लक्ष्मी योग के नाम से जाना जाता है। यह योग व्यक्ति को तब सबसे अधिक अच्छे फल देता है ,जब यह युति कुंडली के द्वितीय नवम दशम और एकादश भाव में हो रही हो।

महालक्ष्मी योग में महालक्ष्मी धन की देवी को संदर्भ में लिया गया। ऐसे में कुंडली महालक्ष्मी योग रहने पर धन की समस्या नहीं आती है। जरूरत की हर आवश्यकता पूरी होती है। धन चमत्कारी रूप से उनके सामने आता है। एक बेहद शक्तिशाली योग माने जाने के साथ ही महालक्ष्मी योग से कुंडली में जातकों को करियर सहित रिश्तों में समृद्धि मिलती है।

चंद्रमा और मंगल की युति से बनने वाले योग को भी महालक्ष्मी योग कहा जाता है। इन दोनों ग्रहों की युति जातकों के जीवन में धन लाभ का कारण बनती है। यह दोनों ग्रहों के निर्माण में तभी समायोजित होते हैं, जब आवश्यकता में शक्ति और जन्म कुंडली में यह अनुकूल स्थिति में विराजते हैं।

24 मई को क्योंकि महालक्ष्मी योग और गजकेसरी योग का एक साथ कंबीनेशन बनने जा रहा है इसलिए जिन राशियों के किस्मत के दरवाजे खुलने वाले हैं और आर्थिक स्थिति मजबूत होने वाली है, उनमें पहली राशि मेष राशि है।

24 मई को चंद्रमा कर्क राशि में गोचर करेंगे और मेष राशि में गुरु पहले से विद्यमान हैं। ऐसे में एक दूसरे से केंद्र में स्थित होने के कारण गजकेसरी योग का निर्माण होगा। गुरु और चंद्रमा जब किसी राशि में बैठे हो तो गुरु जिस राशि में उस राशि के चौथे, सातवें और दसवें घर में चंद्रमा हो तो गजकेसरी योग का निर्माण होता है। गजकेसरी राजयोग का लाभ मिलने के साथ ही जातकों को गुणवान, ज्ञानी, उत्तम गुणों वाला होता है। इसके साथ ही उन्हें तरक्की और उन्नति की प्राप्ति होती है।

मेष राशि वाले को गजकेसरी राजयोग का लाभ मिलेगा। गुरु आपकी राशि में विद्यमान है। ऐसे में धन की प्राप्ति होगी। प्रबल योग बन रहे हैं। इसके साथ कोई भी काम लंबे समय से रुका हुआ है तो वह इस समय पूरा होगा। नौकरी की तलाश कर रहे जातकों को नौकरी मिल सकती है। आय में वृद्धि होगी। इंक्रीमेंट के आसार नजर आ रहे हैं।

दूसरी भाग्यशाली राशि मिथुन राशि है। मिथुन राशि के जातकों को गजकेसरी राजयोग का लाभ मिलेगा। चंद्रमा का गोचर आपके धन भाव में हो रहा है। ऐसे में मुनाफा और धन की प्राप्ति होगी। वाणी की वजह लोगों का दिल जीतेंगे। प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। भौतिक सुख का लाभ मिलेगा। वाहन अथवा घर की खरीदारी कर सकते हैं।

तीसरी भाग्यशाली राशि तुला राशि है। जिसे इन दोनों राजयोग का लाभ मिलेगा। कुंडली के गुरु और दशम भाव में चंद्रमा का गोचर हो रहा है। व्यापार में लाभ होगा। लाभ की स्थिति रहेगी। मुनाफा होगा। जीवन साथी या पत्नी को अच्छी नौकरी मिल सकती है। आमदनी बढ़ने के आसार नजर आ रहे हैं। नौकरी में सफलता मिलेगी। पारिवारिक जीवन में खुशियां भरी रहेंगी।

क्योंकि भाग्यशाली राशि कन्या राशि है, जिसे महालक्ष्मी योग और गजकेसरी योग का फायदा मिलेगा। परिवार के लोगों के साथ सुखमय पल व्यतीत कर पाएंगे। आप नया घर खरीद सकते हैं या फिर अपने पुराने घर की ही मरम्मत करा सकते हैं। कार्यक्षेत्र में आप कठिन परिश्रम करेंगे, जिससे आपको अच्छे फलों की प्राप्ति होगी। आप अपने जीवनसाथी के साथ प्यार भरे पल गुजारेंगे।

गुरमीत बेदी
94180 33344

Niyati Bhandari

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