Rahu remedies: कुंडली में खराब राहु देते हैं इस तरह के कष्ट, इन उपायों द्वारा करें अपनी परेशानी दूर
punjabkesari.in Thursday, Aug 08, 2024 - 07:41 AM (IST)
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Rahu remedies: राहु एक ऐसी एनर्जी है, जिसको सही से समझ लिया जाए तो यह इंसान को ऊंचाइयों पर लेकर जा सकती है। राहु की एनर्जी को समझने के लिए सबसे पहले राहु के गुण तत्व और नेचर की तरफ ध्यान देना होगा। राहु छाया ग्रह है। इसका फिजिकल एक्जिस्टेंस कहीं पर भी नहीं है। सूर्य ग्रहण में जो नोड्स बनते हैं उसमें से नॉर्थ नोड को राहु और साउथ नोड को केतु कहा जाता है लेकिन यह छाया इतनी पावरफुल हो जाती है। यह सूर्य, चंद्रमा जैसे बलवान ग्रहों को भी वीक कर देती है। राहु हमारी सोच को कंट्रोल करते हैं और बुद्ध से हमारी बुद्धि कंट्रोल होती है। लेकिन राहु से सोचने का तरीका कंट्रोल होता है। राहु जब अच्छे होते हैं, तो यहां पर कुछ नई क्रिएटिविटी दिखाता है। ऐसे में इंसान हवा से भी पैसा कमा सकता है। यही राहु जब खराब होते हैं, तो इंसान इजी मनी की तरफ भागना शुरू कर देता है।
इस तरह पहचानें खराब राहु
जब भी राहु शनि से पीछे वाले घरों में होते हैं तो यह राहु बहुत ही इंडिपेंडेंट रिजल्ट देंगे। बर्थ चार्ट के हिसाब से पहले राहु आ जाएं और उसके बाद शनि कहीं पर भी हो तो यह अंदाजा लगाया जाता है कि राहु अब जिस भी घर में हैं, वो अपनी मर्जी के अच्छे वाले परिणाम देंगे। शनि अच्छा होगा तो राहु अच्छे और अगर शनि बुरा होगा तो राहु खराब परिणाम देंगे। शनि के जो पोजीशन है। यह राहु के अच्छे या बुरे होने को और उसके परिणाम को कंट्रोल करती है।
अगर बर्थ चार्ट में केतु पहले आ जाएं और राहु बाद में आएं तो राहु मंदा या खराब राहु कहलाता है। इस राहु के रिजल्ट ज्यादातर नेगेटिव देखने को ही मिलते हैं। कुछ उपाय करके ही इनके परिणाम को सही किया जाता है। यही अगर राहु पहले आ जाए और केतु बाद में आए तो इस राहु के परिणाम बहुत ही अच्छे माने जाते हैं। बर्थ चार्ट में शनि, सूरज जब भी साथ में होंगे तब राहु बहुत ही खराब राहु कहलाएंगे। यह जिस घर में होंगे वहां नेगेटिव रिजल्ट देंगे। बर्थ चार्ट में एक ग्रह ऐसा है, जो राहु को बहुत अच्छे से कंट्रोल करता है वह ग्रह मंगल है। जब भी मंगल राहु को दृष्टि देगा या मंगल राहु के साथ होगा। तब राहु अपने बुरे प्रभाव नहीं दे पाता है।
चंद्रमा राहु के क्रोध को शांत करता है। बर्थ चार्ट में राहु जब भी अकेले बैठे होंगे, तब कह सकते हैं कि राहु ठीक-ठाक अच्छे वाले परिणाम दे रहे हैं या इनके रिजल्ट्स को सही किया जा सकता है। दिक्कत वहां पर होती है जब राहु अन्य ग्रहों के साथ बैठे होते हैं। अगर राहु बुध के साथ बैठे हैं तो यह बुद्धि को बहुत तेज कर देते हैं। यह बुध और राहु आठवें या 12वें घर में आ जाए तो व्यक्ति कानूनी पचड़े में फंस सकता है या डिप्रेशन का शिकार हो सकता है और सेहत पर बुरा प्रभाव होने की संभावना होती है। राहु अगर गुरु के साथ हैं तो चांडाल योग और अगर मंगल के साथ हो तो अंगारक योग बनता है। वहीं अगर राहु शुक्र के साथ हो तो यह शादीशुदा जीवन और सेहत को बुरी तरह से प्रभावित करते हैं। चंद्रमा के साथ हो तो व्यक्ति को डिप्रेशन का शिकार बना देते हैं। राहु जिस भी ग्रह के साथ होते हैं, वो उसके रिजल्ट को खराब करते ही करते हैं।
राहु अगर तीसरे घर में हैं, तो सबसे बलवान माने जाते हैं। वहीं अगर आठवें घर में होते हैं, तो यह राहु की सबसे खराब स्थिति मानी जाती है। राहु जब खराब होंगे तो यह शरीर की कुछ निशानियों के द्वारा अपनी खराबी को बताने की कोशिश करेंगे। जिस व्यक्ति का राहु खराब होता है तो उसके जीवन में कई तरह की परेशानियां आनी शुरू हो जाती है। राहु जब चंद्रमा को खराब करता है, तब इंसान के मन में बहुत सारे वहम पैदा होने लगते हैं।
राहु को सही करने के लिए चंद्रमा की मदद लेनी चाहिए। अपने जीवन को नियंत्रित करने के लिए चंद्रमा की मदद जरूर लेनी चाहिए। अपने जीवन की परेशानियों के दूर करने और खुशहाली लाने के लिए चांदी धारण करें। चांदी की चीजें धारण करने से राहु कंट्रोल में रहता है। राहु को सही करने के लिए हाथी को गन्ना खिलाना चाहिए। मंगल के द्वारा भी राहु को कंट्रोल किया जा सकता है। राजनीति से जुड़े विवाद को शांत करने के लिए कच्चा कोयला चलते पानी में प्रवाह कर दें।