धन की हानि से बचने के लिए पुष्य नक्षत्र पर कभी न करें इन कामों को वरना

Monday, Oct 21, 2019 - 01:20 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
हिंदू पंचांग के अनुसार 27 नक्षत्र होते हैं और सबसे शुभ पुष्य नक्षत्र को माना जाता है। कहते हैं कि इस नक्षत्र के दौरान बहुत अच्छे व शुभ काम किए जाते हैं। लेकिन जिस तरह हर सिक्के के दो पहलू होते है वैसे ही इस दिन भी कुछ कार्यों को करना अच्छा नहीं माना जाता है। ऐसे ही आज हम आपको बताने जा रहे हैं, उन कामों के बारे में जो पुष्य नक्षत्र में नहीं करने चाहिए। 

शास्त्रों के अनुसार इस दिन विवाह नहीं करना चाहिए, क्योंकि पुष्य नक्षत्र के दिन भगवान ब्रह्मा को श्राप मिला था इसलिए यह नक्षत्र विवाह के लिए खराब माना जाता है।

पुष्य नक्षत्र यदि बुधवार और शुक्रवार के दिन पड़ रहा हो तो अशुभ माना जाता हैं, इसलिए इस दिन न ही कोई वस्तु खरीदें और न ही कोई शुभ कार्य करें।

पौराणिक ग्रंथ के अनुसार कहा गया है कि पुष्य, पुनर्वसु और रोहिणी इन तीन नक्षत्रों में सुहागिन स्त्री नए आभूषण और नए वस्त्र धारण नहीं करेंगी। वैसे तो पुष्य नक्षत्र में स्वर्ण खरीदना शुभ होता है लेकिन मुहूर्त के विपरीत यह फलदायक नहीं माना जाता है। 

21 अक्टूबर यानि कि आज पुष्य नक्षत्र का समय दोपहर 01:39 से 22 अक्टूबर की दोपहर 3:38 तक रहेगा। इस वर्ष दिवाली से पहले दो दिन पुष्य नक्षत्र होने से इसका महत्त्व कहीं गुना अधिक बढ़ जाएगा। सोम व मंगल नक्षत्र विशेष फलदायी होते हैं। सोमवार के दिन सोना, चांदी, पुस्तक, बहीखाते व धार्मिक वस्तुएं ले सकते हैं और मंगलवार को मकान, सजावट की वस्तुएं, सोफा, वाहन आदि की खरीद कर सकते हैं।

Lata

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