Prediction: देश के हालात 15 अगस्त तक संवेदनशील, रहें चौकस!

Friday, Feb 28, 2020 - 08:50 AM (IST)

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जालन्धर (धवन): दिल्ली में पिछले कई दिनों से चल रही हिंसा तथा देश में सी.ए.ए. (नागरिकता संशोधन कानून) आदि को लेकर चल रहे टकरावपूर्ण हालात को लेकर चिंता जाहिर की जा रही है। वहीं पर दूसरी तरफ ज्योतिषियों का आकलन है कि देश में अब ध्रुवीकरण की राजनीति का दौर समाप्त हो चुका है। 

देश के प्रमुख ज्योतिषी संजय चौधरी के अनुसार 2019 में लोकसभा के जब चुनाव हुए थे। उस समय धनु राशि में शनि के साथ केतू की युती चल रही थी। शनि-केतू की युती लंबे वर्षों बाद हुई थी। शनि-केतू जब भी इकट्ठे होते हैं, तो किसी न किसी मुद्दे को लेकर ध्रुवीकरण की राजनीति प्रभावी हो जाती है। उन्होंने कहा कि ध्रुवीकरण की राजनीति का असर यह हुआ था कि उस समय देश के लोगों ने राष्ट्रवाद की भावना में बह कर भाजपा के पक्ष में एकतरफा मतदान कर दिया था। प्रत्येक राज्य में वोटों का ध्रुवीकरण हुआ था। 

उन्होंने कहा कि 24 जनवरी 2020 को जब शनि राशि परिवर्तित करके मकर राशि में आ गया, तो उस समय ध्रुवीकरण की राजनीति का दौर पूरी तरह से खत्म हो गया। वैसे भी पिछले वर्ष लोकसभा चुनाव के बाद जैसे-जैसे शनि व केतू डिग्री अनुसार एक-दूसरे से अलग होते गए वैसे-वैसे ध्रुवीकरण का दौर धीरे-धीरे समाप्त हो गया। उन्होंने कहा कि अब जैसे-जैसे देश में राज्य विधानसभाओं के चुनाव आएंगे तो ध्रुवीकरण का असर बिल्कुल किसी भी पार्टी के पक्ष में दिखाई नहीं देगा। 

चौधरी ने कहा कि अगर देश के हालात की चर्चा की जाए तो चंद्रमा में शनि की अंतर्दशा चल रही है। यह समय 2 दिसम्बर 2019 से शुरू हुआ है तथा जुलाई 2021 तक रहने वाला है। शनि भारत की कुंडली में अस्त अवस्था में भी है इसलिए शनि की अंतर्दशा में देश के हालात सुधरने वाले नहीं हैं। गोचर में बृहस्पति 90 दिनों के लिए देश की कुंडली में नवम भाव में आएगा तो कुछ वित्तीय हालात सुधर सकते हैं परन्तु अंतत: जुलाई 2021 में जब अंतर्दशा शनि की खत्म होगी तो ही कुल मिलाकर देश पटरी पर आता हुआ दिखाई देगा। 
इसी तरह से देश के एक अन्य ज्योतिषी मृत्युंजय औझा ने सोशल मीडिया पर देश में चल रहे साम्प्रदायिक माहौल पर लिखा है कि वैसे तो 2020 का पूरा वर्ष ही इस हिसाब से अनुकूल नहीं कहा जा सकता है परन्तु 15 अगस्त 2020 तक की स्थिति कुछ ज्यादा ही संवेदनशील रहने वाली है। 

उन्होंने कहा कि गोचर में मंगल इस समय केतू तथा बृहस्पति के साथ धनु राशि में चल रहा है। उसके बाद मंगल शनि के साथ 5 मई 2020 तक रहेगा। मंगल को ज्योतिष में साम्प्रदायिक मामलों व हिंसा का कारक ग्रह माना जाता है। 18 जून से 15 अगस्त 2020 तक मंगल राहू को देखेगा सो इस अवधि में भी सरकार को अत्यधिक चौकस व संवेदनशील रहना पड़ेगा क्योंकि इन ग्रह योगों की अवधि में देश में अचानक हिंसा के भड़कने, दुर्घटनाएं होने, प्राकृतिक आपदाएं या युद्ध जैसे हालात बनते हुए दिखाई देते हैं। कुल मिलाकर सरकार तथा जनता को 2020 के पूरे वर्ष में सावधान रहने की जरूरत है। नफरत भरे भाषणों व अफवाहों से बचना होगा। 

    

Niyati Bhandari

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