भाजपा की कुंडली में पलटे सितारे: झारखंड, दिल्ली हारने के बाद बिहार में भी संकट

Wednesday, Feb 12, 2020 - 09:04 AM (IST)

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जालंधर (नरेश कुमार): पिछले साल प्रचंड बहुमत के साथ केंद्र की सत्ता पर काबिज हुई भारतीय जनता पार्टी महाराष्ट्र और झारखंड की सत्ता से बाहर होने के बाद अब दिल्ली में भी बुरी तरह से नाकाम रही है। पार्टी की इस हार का कारण भाजपा की कुंडली में पलटी सितारों की चाल है। दरअसल 6 अप्रैल, 1980 को सुबह 11.40 पर अस्तित्व में आई भाजपा की कुंडली मिथुन लगन की है और लगन का स्वामी बुध नौवें भाव में केतु के साथ है। भाजपा की कुंडली में इस समय चंद्रमा की महादशा चल रही है और यह कुंडली में दूसरे भाव का स्वामी होकर छठे भाव में है। हालांकि चंद्रमा की महादशा में ही भाजपा दोबारा केंद्र की सत्ता में आई है, लेकिन 7 अक्तूबर 2019 को भाजपा की कुंडली में सितारों की दशा विपरीत हो गई है और चंद्रमा की महादशा में राहू की अंतर्दशा शुरू हो गई है और यह अंतर्दशा 6 अप्रैल, 2021 तक चलेगी। 

इसके बाद चंद्रमा में गुरु का अंतर शुरू होगा। राहू से चंद्रमा को ग्रहण लगता है लिहाजा चंद्रमा की महादशा में राहू का अंतर ज्योतिष के लिहाज से शुभ नहीं माना जाता। यही कारण है कि अक्तूबर के बाद हुए झारखंड विधानसभा चुनाव में भी भाजपा सत्ता से बाहर हो गई और दिल्ली में भी पार्टी तमाम प्रयासों के बावजूद उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाई। राहू की अंतर्दशा में ही पार्टी इस साल बिहार चुनाव में उतरेगी लिहाजा बिहार में भी पार्टी के लिए स्थितियां काफी चुनौतीपूर्ण होंगी और परिणाम उम्मीद के विपरीत भी रह सकते हैं। इस दौरान 20 नवम्बर को गुरु धनु राशि से गोचर कर मकर राशि में जाएंगे और भाजपा की कुंडली में 8वें भाव से गोचर करेंगे। पार्टी के लिए गुरु का 8वें भाव में चले जाना भी शुभ नहीं है। हालांकि राहू का अंतर खत्म होने के बाद पार्टी इसके बाद होने वाले विधानसभा चुनावों में वापसी की उम्मीद कर सकती है। 

सही साबित हुई कुंडली टी.वी. की भविष्यवाणी
पंजाब केसरी के सहयोगी फेसबुक और यूट्यूब चैनल कुंडली टी.वी. ने दिल्ली चुनाव की घोषणा के तुरंत बाद ही अरविंद केजरीवाल की कुंडली के आधार पर चुनाव के नतीजों की भविष्यवाणी कर दी थी और कुंडली टी.वी. की भविष्यवाणी 100 फीसदी सही साबित हुई है। 15 व 16 अगस्त, 1968 की मध्य रात्रि करीब साढ़े 12 बजे सिवानी में पैदा हुए अरविंद केजरीवाल की कुंडली वृष लग्न की है और उनकी कुंडली में बुध व शुक्र केंद्र त्रिकोण राजयोग का निर्माण कर रहे हैं। केजरीवाल इस समय गुरु की महादशा से गुजर रहे हैं और गुरु में राजयोग कारक ग्रह शुक्र का अंतर चल रहा है। यह अंतर 28 सितम्बर, 2020 तक चलेगा और इसी राजयोग कारक शुक्र ने उन्हें एक बार फिर दिल्ली की सत्ता दिलाई है। केजरीवाल की कुंडली में गुरु की यह दशा 2026 तक चलेगी। लिहाजा अगले 5 साल तक दशा और गोचर के हिसाब से उनकी कुर्सी को किसी प्रकार का खतरा नहीं है।

शाह की कुंडली में भी सितारे प्रतिकूल
हालांकि भाजपा के नए प्रधान जे.पी. नड्डा ने कमान संभाल ली है लेकिन दिल्ली का चुनाव मोटे तौर पर गृह मंत्री अमित शाह की रणनीति पर ही लड़ा गया। उनकी कुंडली में भी सितारों की स्थिति प्रतिकूल चल रही है। 22 अक्तूबर, 1964 को सुबह 5.25 बजे मुम्बई में पैदा हुए अमित शाह की कुंडली कन्या लगन की है और उनकी कुंडली में इस समय राहू की महादशा चल रही है और राहू में चंद्रमा का अंतर शुरू हो चुका है। उनके लिए चंद्रमा का अंतर इसलिए भी अशुभ है क्योंकि चंद्रमा उनकी कुंडली में 8वें भाव में स्थित है। 


 

Niyati Bhandari

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