महाराष्ट्र में चल रहे राजनीतिक ड्रामे पर ज्योतिषियों की राय

Monday, Nov 25, 2019 - 09:34 AM (IST)

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अस्थिर रहेगी सरकार, बदल सकते हैं सहयोगी

जालंधर (नरेश): महाराष्ट्र में चल रहे सियासत के महा ड्रामे पर एक तरफ जहां पूरे देश की नजरें टिकी हुई हैं वहीं ज्योतिषी भी इस पूरे घटनाक्रम का अपने-अपने तरीके से आकलन कर रहे हैं। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट सोमवार सुबह 10.30 बजे सुनवाई करेगा। जिस समय सुनवाई शुरू होगी उस समय राहु का स्वाति नक्षत्र चल रहा होगा। राहु को ज्योतिष में साजिश और रणनीति का कारक माना जाता है, लिहाजा सुनवाई के दौरान कुछ ऐसे तथ्यों का भी खुलासा हो सकता है जो अभी तक सामने नहीं आए हैं। आइए जानते हैं ज्योतिषी इस पूरे मामले में क्या सोचते हैं?

राहु के नक्षत्र में सुनवाई, सूर्य की स्थिति भी कमजोर 
शनिवार सुबह 8 बजकर 5 मिनट पर जिस वक्त सरकार ने शपथ ग्रहण की उस समय चन्द्रमा का हस्ता नक्षत्र चल रहा था और लग्न का स्वामी मंगल बारहवें भाव मे चला गया था। शपथ ग्रहण कुंडली में लग्न का स्वामी छठे भाव का भी स्वामी है और बारहवें भाव से अपने घर को देख रहा है। छठे भाव से कानूनी मामले देखे जाते हैं। लेकिन पूरे मामले में सबसे अहम सुनवाई का वक्त है। जिस समय सुनवाई शुरू होगी उस समय राहु का स्वाति नक्षत्र अपने आखिरी चरण में होगा और गुरु का धनु नक्षत्र 27 डिग्री पर होगा, लेकिन सुनवाई के दौरान ही आधे घंटे में न सिर्फ चन्द्रमा अपना नक्षत्र बदल कर गुरु के विशाखा नक्षत्र में चला जाएगा बल्कि लग्न भी धनु से बदल कर मकर हो जाएगा। फैसले के वक्त चन्द्रमा केंद्र में चर राशि में होगा और सत्ता का कारक सूर्य ग्यारहवें भाव में पाप कर्तरी योग में फंस जाएगा लिहाजा इस मामले में फैसला सरकार के खिलाफ जा सकता है और ऐसा संभव है कि सदन में फ्लोर टैस्ट के लिए राज्यपाल द्वारा दिया गया 30 नवम्बर का समय बदल दिया जाए। 

शुक्ल पक्ष में फ्लोर टैस्ट से भाजपा को फायदा 
सरकार की शपथ कृष्ण पक्ष में हुई है और यदि फ्लोर टैस्ट के लिए सरकार को समय न मिला तो भाजपा के लिए बड़ी परेशानी खड़ी हो सकती है क्योंकि 26 नवम्बर को अमावस आ रही है और अमावस के दिन या उससे पहले चन्द्रमा की शक्ति क्षीण हो जाती है। इस सरकार का गठन ही चन्द्रमा के नक्षत्र में हुआ है लिहाजा सरकार का टिका रहना काफी हद तक चन्द्रमा की स्थिति पर निर्भर करता है। शायद यही कारण है कि भाजपा ने राज्यपाल से बहुमत साबित करने के लिए 30 नवम्बर का वक्त मांगा है क्योंकि इस दौरान चन्द्रमा शुक्ल पक्ष में होगा। शपथ ग्रहण कुंडली से लग रहा है कि सरकार बन भी गई तो स्थिर नहीं होगी और एक बार पुन: सरकार बनेगी और पार्टियों की स्थिति तथा बाहरी समर्थन वाली पार्टी भी बदल सकती है।

-कमल नन्द लाल

2 महीने चलेगा ड्रामा 
यह पूरा राजनीतिक ड्रामा अभी लम्बा चलेगा और महाराष्ट्र में राजनीतिक अस्थिरता की स्थिति कम से कम 2 महीने तक चल सकती है। टैरो कार्ड के लिहाज से निकले कार्ड्स की स्थिति बताती है कि राज्य में एक स्थिर सरकार की संभावना अभी नहीं है और यह मामला लम्बा चलेगा और इसमें कम से कम 10 सप्ताह लगेंगे। 10 सप्ताह बाद महाराष्ट्र में राजनीतिक स्थिरता आने के आसार हैं।  
  -परम जस्सल टैरो कार्ड रीडर

राज्यपाल के फैसले को बदले जाने की संभावना नहीं 
प्रश्न कुंडली के लिहाज से सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई के दौरान फैसला भाजपा के पक्ष में जा सकता है क्योंकि प्रश्न कुंडली में लग्न का स्वामी बुध 5वें भाव में आ गया है। लग्न के स्वामी का त्रिकोण में ग्यारहवें भाव में आ जाना शुभ स्थिति है और इससे भाजपा को फायदा हो सकता है। ग्यारहवें भाव को इच्छापूर्ति का भाव समझा जाता है और इस मामले में राज्यपाल द्वारा भाजपा को दिया गया 30 नवम्बर तक का वक्त बदले जाने की संभावना नहीं है। 

हालांकि इस पूरे मामले में सुनवाई के समय नक्षत्रों की स्थिति के साथ-साथ मुख्यमंत्री की कुंडली में गोचर और महादशा कैसी चल रही है वह भी अहम होगा, लेकिन प्रश्न कुंडली के लिहाज से फैसला भाजपा के पक्ष में जा सकता है। 
-आर.के. शर्मा एस्ट्रोलोजर, जालंधर 

Niyati Bhandari

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