Pradosh Vrat: आज करें ये काम, बनेंगे सम्मान और वैभव के अधिकारी

Wednesday, Oct 14, 2020 - 05:45 AM (IST)

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Pradosh Vrat 2020: आज दिनांक 14 अक्तूबर 2020 अश्विन अधिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि है। जो भगवान शिव को समर्पित है और शिवभक्तों के लिए इस दिन का विशेष महत्व होता है। इस रोज व्रत रखने से भोले बाबा की कृपा बरसती है और मानव जीवन से संबंधित हर कष्ट नष्ट हो जाता है। व्यक्ति मान-सम्मान और वैभव का अधिकारी बनता है। आज के प्रदोष व्रत का तो विशेष महत्व हो क्योंकि ये अधिकमास का आखिरी प्रदोष व्रत है।

Pradosh Vrat 2020 Muhurat प्रदोष व्रत मुहूर्त
आश्विन कृष्ण त्रयोदशी का आरंभ आज 11:51 ए एम से होगा। जो 15 अक्टूबर 08:33 ए एम तक रहेगा।

Pradosh Vrat 2020 importance प्रदोष व्रत का महत्व
प्रदोष व्रत भगवान शिव को प्रसन्न करने का सरलतम माध्यम है। त्रयोदशी तिथि भगवान शिव की प्रिय तिथियों में से एक है। जो व्यक्ति श्रद्धा व भक्ति से  आज के दिन पूजा-पाठ, मंत्र जाप या इच्छाओं की पूर्ति के लिए खास उपाय करता है, उसे मान-सम्मान और धन-वैभव के साथ-साथ कुंडली के सभी दोषों से छुटकारा मिलता है।

Pradosh Vrat 2020 puja vidhi  पूजा विधि
सारे घर की साफ-सफाई करने के बाद गंगाजल छिड़कें।

सफेद या बादामी रंग के वस्त्र पहनें। सफेद चंदन से तिलक करें।

पूजा कक्ष की सफाई करें। अब  उत्तर या पूर्व दिशा की ओर मुख करके सफेद रंग के आसान पर बैठकर एक चौकी स्थापित करें, उस पर सफेद रंग का कपड़ा बिछाएं। कपड़े पर स्वास्तिक बना कर उस पर रोली, चंदन चढ़ाकर पूजा करें। चौकी पर भगवान शिव की प्रतिमा अथवा चित्रपट स्थापित करके उन्हें सफेद फूलों की माला पहनाएं। सरसों के तेल के 8‍ दीपक जला कर घर की आठों दिशाओं में रखकर उन्हें 8 बार नमस्कार करें। धूप दीप जलाएं। शिव जी के पंचाक्षर मंत्र और शिव चालीसा का जाप करें। भगवान शिव को भांग, धतूरा दूध और खीर का भोग लगा कर घर के सभी सदस्यों को बांटने के बाद खुद खाएं।

आज क्या करें, क्या न करें
नंदीश्वर यानि बछड़े को जल एवं दुर्वा खिलाएं।

नमक का सेवन न करें।

Niyati Bhandari

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