दक्षिण का द्वारका कहलाता है ये मंदिर, जहां दर्शन के लिए रखा गया है DRESS CODE

Sunday, Jun 09, 2019 - 01:38 PM (IST)

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जैसे कि आप सब जानते हैं कि नरेंद्र मोदी एक बार फिर भारत के प्रधानमंत्री बन चुके हैं। 30 मई को उन्होंने दोबारा प्रधानमंत्री की शपथ ली है। बीते शनिवार PM MODI केरल के गुरुवायूर मंदिर में दर्शन करने पहुंचे, जहां उन्होंने भगवान गुरुवायुरुप्पन की पूजा की। बता दें इस मंदिर को दक्षिण का द्वारका भी कहा जाता है। तो चलिए जानते हैं गुरुवायूर मंदिर उर्फ दक्षिण के द्वारका की विशेषता।

बताया जाता है इस मंदिर में भगवान गुरुवायुरुप्पन की पूजा होती है। प्रचलित मान्यताओं के अनुसार भगवान  गुरुवायुरुप्पन श्रीहरि विष्णु का ही रूप हैं। इसे गुरुवायूर श्रीकृष्ण मंदिर के नाम से जाना जाता है। गौरतलब है कि द्वारका में भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। 

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यहां के लोग बताते हैं कि इस मंदिर का इतिहाक लगभग 5 हज़ार साल पुराना है। इसे देश के प्राचीन मंदिरों में एक माना जाता है। यहां एक खास बात ये है कि यहां पुजारी को मेंसाती कहते हैं। बताया जाता है कि इसका मतलब होता जो 24 घंटे भगवान की सेवा करते हैं, उन्हें मेंसाती कहा जाता है। इसके अलावा यहां की एक विशेषता ये भी है कि इस मंदिर में आने वाले भक्तों को गुरुवायुरुप्पन के दर्शन के लिए खास तरह के ड्रेस कोड में जाना होता है। पुरुष श्रद्धालुओं को मुंडु नामक पोशाक पहननी पड़ती है। वहीं बच्चों को वेष्टी पहनाई जाती है जबकि औरतें यहां सिर्फ सूट-सलवार या साड़ी में प्रवेश कर सकती हैं।

इस मंदिर से जुड़ी एक और ऐसी बात है जिसे जानकर आपको हैरानी होगी कि यहां सिर्फ और सिर्फ हिन्दू धर्म के लोगों को ही जाने की इजाज़त है। दूसरे धर्म के लोगों के घुसने पर सख्त मना है। बताया जाता है कि भगवान गुरुवायुरुप्पन के दर्शन करने के बाद श्रद्धालुओं को अनाकोट्टा नामक स्थान पर जाना पड़ता है। कहा जाता है कि यह जगह हाथियों के लिए काफी लोकप्रिय है। बताया जाता है कि गुरुवायूर मंदिर से जुड़े हाथियों को यहां रखा जाता है। बता दें यहां लगभग 80 हाथियों के रहने की व्यवस्था है। 

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Jyoti

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