15 अगस्त के बाद ग्रहों की चाल, कुछ इस तरह करेगी भारत पर वार

Monday, Aug 14, 2017 - 08:11 PM (IST)

शुक्रवार दिनांक 15.08.1947 की मध्यरात्रि भारत आज़ाद हुआ था, तब पुष्य नक्षत्र में भारत की कुंडली वृष लग्न की बनी थी। इसके अनुसार भारत की चंद्र राशि कर्क है। वर्तमान समय में भारत पर राशि स्वामी चंद्रमा की महादशा है जोकि 2025 तक चलेगी। भारत पर चंद्रमा की महादशा में राहु की अंतर्दशा चल रही है। जिससे शत्रु वर्ग भारत को परेशान करेंगे और भारत को नीचा दिखाने का प्रयास करेंगे। भारत की कुंडली में राहू की अंतर्दशा होने से भारत अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह करेगा परंतु पड़ोसी देश भारत की कमजोरी का लाभ भी उठाएंगे। वैदिक ज्योतिष की गोचर प्रणाली अनुसार वर्तमान में कर्क का नीच मंगल भारत की राशि में है। छाया ग्रह राहु भारत की कुंडली के धन स्थान सिंह में है व बृहस्पति पराक्रम भाव में विद्यमान है। 


स्वतंत्र भारत की कुंडली के गोचर फलादेश अनुसार बृहस्पति वर्तमान समय में कन्या राशि में हैं तथा मंगलवार दिनांक 12.09.17 को प्रातः 07 बजकर 59 मिनट पर तुला में प्रवेश करेंगे। राहु शनिवार दिनांक 09.09.17 रात्री 02 बजकर 03 मिनट पर सिंह राशि से भारत की जन्म राशि कर्क में प्रवेश करेगा। वर्तमान में शनिदेव अपनी वक्र अवस्था में हैं व शुक्रवार दिनांक 25.08.17 शाम 05 बजकर 19 मिनट पर सक्रिय अवस्था में आएंगे। शनि अपनी सक्रिय अवस्था में वृश्चिक से धनु राशि में गुरुवार दिनांक 26.10.17 को शाम 06 बजकर 11 मिनट पर प्रवेश करेंगे। वर्तमान में शनि वक्रीय चाल चल रहे हैं। उपरोक्त कारणों के मद्देनजर फिर से आतंकवादी घटनाएं बढ़ने के आसार हैं। समय राजनीतिक रूप से उठा पठक वाला रह सकता है।


आचार्य कमल नंदलाल
ईमेल: kamal.nandlal@gmail.com

Advertising