ग्रह ये सप्ताह इस तरह करेंगे Market को प्रभावित

Sunday, Aug 30, 2020 - 07:15 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
आलोच्य सप्ताह (2 से 8 सितम्बर तक) के प्रारंभिक हिस्से में बुध की स्थिति में चेंज होती है। सिंह राशि पर चल रहा बुध राशि बदल कर कन्या राशि पर प्रवेश करता है तथा बाकी समस्त ग्रह ज्यों के त्यों ही अपने-अपने स्थान पर टिके रहते हैं। इसके अतिरिक्त शुक्र तथा बुध नक्षत्र पर तथा बृहस्पति नक्षत्र के चरण पर अपनी स्थिति भी बदलते हैं। बुध के राशि परिवर्तन के कारण टूटते-बनते ग्रह योग के अध्ययन से मालूम देता है कि यह सप्ताह काफी महत्वपूर्ण होगा क्योंकि इसमें एक नए रुख की शुरूआत होने की आशा है।

यूं तो इस सप्ताह में मंदा रुख बना रहने की आशा है तो भी नोट करें कि इस मंदा रुख की निर्भरता 2 सितम्बर को दोपहर बारह बजे के करीब मंदी का झटका आने पर ही होगी। इसलिए 2 सितम्बर के रुख पर नजर रखें। इस सप्ताह में 4, 7, 8 सितम्बर खास दिन।

तेल सोया, तेल मूंगफली, सरसों, अलसी, तोरिया, तिल, तेल, बिनौला, अरंडी, खल, सींगदाना, मेंथा, पिपरामैंट, अन्य तेल पदार्थों, वनस्पति तथा सोना, चांदी, हीरे, जवाहरात, बहुमूल्य पत्थरों, बहुमूल्य धातुओं में 2 सितम्बर को मंदी का झटका आने पर आगे मंदा का प्रभाव बना रहेगा-वैसे 7, 8 सितम्बर मंदी के रिएक्शन वाले होंगे। काटन, पटसन, रूई, कपास, सन्न, सूत, सिल्क, स्टैपल, ऊनी, सूती, रेशमी कपड़े तथा यारन के भाव में आमतौर पर मंदा का प्रभाव इस सप्ताह में बना रहेगा-वैसे 7, 8 सितम्बर घटा-बढ़ी वाले दिन।

शेयर बाजार में निकट भविष्य में जोरदार उथल-पुथल नजर आती है, इसलिए व्यापारियों को संभल-संभाल कर काम करना चाहिए ताकि वे नुक्सान के लपेटे में न फंस जाएं। ख्याल है कि आलोच्य सप्ताह में यदि 2 सितम्बर को दोपहर बारह बजे के करीब मंदी का झटका आ जाता है तो फिर आगे मंदी का ट्रैंड बना रहेगा। 4, 7, 8 सितम्बर बाजार पर नजर रखें। गुड़, खांड, शक्कर तथा अन्य मीठी रसदार वस्तुओं तथा मिश्री इत्यादि में मंदी का बोलबाला बना रहेगा-बीच में 4 तथा 7 सितम्बर को उठापटक होगी।

गेहूं, गवारा, मटर, मक्की, चने, जौ, बाजरा, अरहर, मूंग, माष तथा अन्य अनाज पदार्थों तथा दालों इत्यादि में 2 सितम्बर दोपहर बारह बजे के करीब जो रुख बन गया, ख्याल है कि वही रुख आगे जारी रहेगा-वैसे 4, 7 तारीखें मंदी के रिएक्शन वाली होंगी। हाजिर मार्कीट में लवाल गायब सा दिखेगा। बाजार में माल होगा किन्तु मांग तथा ग्राहक नजर न आएगा, इसलिए बिकवाली का जोर रह सकता है।

Jyoti

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