Pitru Paksha 2021: पितृ पक्ष में खरीददारी शुभ होती है या अशुभ ?

Friday, Sep 24, 2021 - 03:06 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
सनातन धर्म में हर प्रकार के शुभ कार्य को करने से पहले शुभ मुहूर्त को देखा जाता है। तो वहीं सनातन धर्म में ऐसे भी समय या काल का वर्णन है, जिस दौरान शुभ कार्यों को करना वर्जित माना जाता है। हम बात कर रहे हैं पितृ पक्ष की। इस काल को लेकर कहा जाता है कि इस दौरान न कुछ शुभ कार्य किए जाते हैं, न ही किसी प्रकार की खरीददारी की जाती है। खास तौर पर किसी भी शुभ व मांगलिक कार्य के लिए खरीददारी करनी वर्जित होती है। इसका कारण है पितृ पक्ष से जुड़ी धार्मिक मान्यता। 

कहा जाता है इस दौरान हमारे पिता और पूर्वज धरती पर आते हैं और अपने वंश में किसी न किसी प्रकार पहुंचते हैं। क्योंकि इस दौरान लोग अपने पूर्वजों आदि का श्राद्ध करते हैं, अन्य प्रकार के कर्म कांड करते हैं इसलिए इस काल से ऐसी कई मान्यताएं जुड़ी हैं कि जिसके चलते पितृ पक्ष में किसी प्रकार की शुभ खरीददारी करनी शुभ नहींं होती है। तो चलिए आज इस आर्टिकल में हम आपको बताते हैं कि क्या ये तथ्य कितना सही है व कितना नहीं। कहा जाता है पितृ पक्ष के दौरान विवाह, मुंडन आदि जैसे मांगलिक कार्य तो नहीं किये जाते हैं, इस दौरान परंतु पूजा पाठ तथा खरीददारी करना वर्जित नहीं होती। 

यहां जानें श्राद्ध में खरीददारी करनी चाहिए या नहीं- 
अपने पितरों की आत्म संतुष्टि या तृप्ति के लिए श्रद्धा पूर्वक किया गया दान, पुण्य और पूजा पाठ श्राद्ध कहलाता है। 15 दिनों तक चलने वाले श्राद्ध पक्ष में नई खरीददारी कर सकते हैं। पितृ पक्ष या श्राद्ध पक्ष में जब पितर धरती पर आते हैं तो वो अपने वंशज को ख़ुशी, समृद्धि और धन वैभव से संपन्न देकर अति प्रसन्नता प्राप्त करते हैं। 

ज्योतिष ग्रंथ मुहूर्त चिंतामणि की मानें तो, पूरे वर्ष शुभ मुहूर्त में नए वाहन, भवन, भूमि, वस्त्र, आभूषण आदि की खरीदारी की जा सकती है, लेकिन परिवार में किसी का निधन हो गया है तो सूतक काल में शुभ कार्य और मांगलिक कार्यों के लिए खरीदारी करना वर्जित होता है। 

Jyoti

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