पिठौरी अमावस्या: नाराज़ पितरों को ऐसे कर सकते हैं प्रसन्न

Thursday, Aug 29, 2019 - 08:52 AM (IST)

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24 अगस्त 2019 सितंबर 2019 यानि आज के दिन भादो की चतुर्दशी दिन गुरुवार को अमावस तिथि पड़ रही है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दिन पिठौरी तथा कुशा ग्रहणी अमावस्या मनाई जाती है। मान्यताओं के अनुसार अमावस के इस खास दिन स्नान, दान, पूजा पाठ करने ये पितृ प्रसन्न होते हैं और जीवन सुखी बनता है। साथ ही अच्छी पढ़ाई और धन की भी प्राप्ति होती है। कुछ मान्यताओं के अनुसार इस पवित्र दिन देवी दुर्गा की भी पूजा की जाती है। इसके अलावा महिलाओं द्वारा इस दिन माता पार्वती की पूजा कर अपने पुत्र की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य की कामना के लिए व्रत करने की भी मान्यता है।

यहां जानें इससे जुड़े कुछ खास उपाय व मंत्र-
स्पेश्ल उपाय-
इस दिन सुबह उठकर गंगा स्नान करें। अगर गंगा किनारे जाना संभन नही हो तो आप किसी पास के नदी या सरोवर में भी जा सकते हैं। अगर घर में गंगा जल रखा हो तो उसे भी अपने थोड़ा मिलाकर घर में स्नान किया जा सकता है। स्नान आदि के बाद पुरुष सफेद कपड़े पहनें और पितरों का तर्पण करें। उनके नाम पर चावल, दाल, सब्जी जैसे पके हुए भोजन और पैसे आदि दान करें। इस दिन भगवान शिव की पूजा का भी विशेष महत्व है।

अपने पूर्वजों व पितरों क प्रसने करने के लिए किसी गरीब व ज़रूरत मंद व्यक्ति के चावल, दाल, सब्जी, दक्षिणा या पका भोजन दान करें।

चूंकि चंद्रमा शिव जी के सिर पर सजे हुए हैं इसलिए इस दिन इन्हें भी प्रसन्न करना चाहिए। इसके लिए एक लोटे में दूध, जल, सफ़ेद फूल शिव जी पर चढ़ाएं।

इसके अलावा सरसों तेल के दीपक जलाएं, अपनी हैसियत के अनुसार वस्तुओं का दान करें। 

मन की शांति के लिए चंद्रमा की पूजा करें व सुख समृद्धि और के लिए चांदी धारण करें।

इस दिन तांबे का दान अवश्य करें क्योंकि तांबे पात्र का दान करना अच्छा होता है अमावस्या के दिन चांदी का दान करना शुभ व लाभकारी माना जाता है।

रात्रि में चंद्रमा को प्रणाम करते हुए निम्न मंत्र का जाप करें और सुख-समृद्धि के कामना करें।

दधिशंखतुषाराभं क्षीरोदार्णव सम्भवम।
नमामि शशिनं सोमं शंभोर्मुकुट भूषणं ।।  


पिठौरी अमावस्या पर शिव जी पूजा करें-
शाम को संध्या काल में पूजा स्थान और मुख्य द्वार पर एक एक दीपक जलाएं, थाली में एक आटे का दीपक सरसों के तेल से जलाएं और इसमें मिठाई, फल, चावल रखकर पूरे घर में इस थाली को घुमाएं। बाद में इसे घर से निकलकर पूर्व  दिशा में जाएं और दीपक को शिव मंदिर पर रख आएं।

पिठौरी अमावस्या पर महिलाओं को माता पार्वती पूजा ज़रूर करनी चाहिए। इस दिन आटे से 64 देवियों की छोटी-छोटी प्रतिमा या पिंड बनाएं। इन्हें नए वस्त्र पहनाएं और पूजा के स्थान को फूलों से अच्छी तरह सजाएं और विधिव-पूर्वक पूजा करें।

Jyoti

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