Vastu Shastra: घर में कबूतर का घोंसला होना शुभ या अशुभ?

Friday, Apr 09, 2021 - 01:24 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
अक्सर आप ने देखा होगा कि कुछ लोग अपने घर के पास बने चिड़िया को घोंसले को हटा देते हैं, क्योंकि ऐसा लोक मत है कि इसका घर के पास होना अच्छा नहीं होता। मगर क्या सच में ऐसा है? 

जी नहीं, ऐसा बिल्कुल नहीं है बल्कि वास्तु शास्त्र में तो कहा गया है कि चिड़िया का घोंसला बनाने से जीवन में सुख-सौभाग्य की वृद्धि होती है। इसलिए कभी भी किसी व्यक्ति को इसे उज़ाडना नहीं चाहिए। क्योंकि इनके आने का मतलब होता है कि जीवन में सौभाग्य बढ़ने वाला है। इसके अलावा गौरेया के बारे में कहा जाता है कि खासतौर पर इसे घर में निर्मित करने से दस प्रकार के वास्तुदोष दूर होते हैं। 

लगभग लोग जानते हैं कि सनातन धर्म के तमाम देवी-देवताओं के वाहन पक्षी हैं, जैसे भगवान कार्तिकेय का वाहन मोर, माता सरस्वती का वाहन हंस, विष्णु जी का गरुड़, शनिदेव का वाहन कौवा, माता लक्ष्मी का वाहन उल्लू आदि। यही कारण है पूजन स्थान में देवी-देवताओं के साथ-साथ इन्हें भी स्थान प्राप्त है। वास्तु व ज्योतिष शास्त्र के अनुसार  अगर आप इन देवी-देवताओं की पूजा करता है उसे इनके साथ-साथ इनके वाहनों का भी स्वागत करना पड़ता है। जी हां, क्योंकि ये अपने साथ सौभाग्य का संकेत लेकर आते हैं। जो इनका निरादर करते हैं उनके जीवन से सुख-समृद्धि जाने लगती है।

कई बार देखा जाता है कि अक्सर घर में गौरेया या फिर कबूतर अपना घोंसला बना लेते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कबूतरों को देवी लक्ष्मी के भक्त माना जाता है। जिस घर में ये निवास करते हैं उस घर में सुख शांति हमेशा बनी रहती है। कभी भी इनका बसा बसाया घोंसला उज़ाडना नहीं चाहिए। 

वास्तु शास्त्रियों की मानें तो गौरेया का घोंसला बनाना अत्यंत शुभ होता है। इससे कई तरह के वास्तु दोष भी दूर होते हैं। आइए जानते हैं इससे जुड़ी अन्य बातें-

बताया जाता है कि गौरैया का घोंसला घर के पूर्वी भाग में बनता है तो मान-सम्मान में वृद्धि होती है। 

आग्नेय कोण पर घोंसला होने से पुत्र का विवाह शीघ्र होता है। 

दक्षिण दिशा में ये घोंसला होने से धन की प्राप्ति होती है।

दक्षिण-पश्चिम कोण का घोंसला परिवार वालों को दीर्घ आयु देता है। 

पश्चिमी भाग में घोंसला होने से देवी लक्ष्मी की कृपा होती है। 

उत्तर-पश्चिमी कोण पर गौरेया का घोंसला बनने से सुख देने वाला माना जाता है।

इसी तरह अगर उत्तर दिशा और ईशान कोण का घोंसला बनता है तो सुख-सुविधाएं प्रदान करता है। 

इसके अलावा आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ये घोंसले घर के खुले हुए हिस्से में होने चाहिए। 

Jyoti

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