कब है परशुराम जयंती, जानिए श्री हरि के इस अवतार से जुड़ी खास बातें

Thursday, Apr 16, 2020 - 07:41 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
अक्षय तृतीया के दिन जो इस बार 26 अप्रैल को पड़ रही है, के साथ कई अन्य पौराणिक त्यौहार आदि जुड़े हैं। इन्हीं में से एक है भगवान परशुराम जी का जन्मोत्सव है। बता दें अक्षय तृतीय के साथ-साथ ये परशुराम जी का जन्मोत्सव 26 अप्रैल, 2020 को मनाया जाएगा। क्योंकि कोरोना के चलते पूरे देश में लॉकडाउन है। इसलिए इस बार इस खास दिन हर किसी को अपने ही घर में पूजा पाठ करना होगा। कुछ लोग मंदिर न जाने के कारण इसकी पूजा का शुभ मुहूर्त आदि नहीं जान पाते। ऐसे में हम आपको बताने वाले हैं इससे शुभ मुहूर्त आदि के बारे में साथ ही जानेंगे इनसे जुड़ी पौराणिक कथा-

बता दें हिन्दू धार्मिक मान्यता के अनुसार, भगवान परशुराम जगत के पालनहार विष्णुजी के छठें अवतार हैं। प्रत्येतक वर्ष यह पर्व पूरे भारत में धूम-धाम के साथ मनाया जाता है। नगर-नगर में भगवान परशुराम की झांकियां निकाली जाती हैं।

कब है परशुराम जयंती-
हिन्दू पंचांग के अनुसार, प्रति वर्ष अक्षय तृतीया के दिन परशुराम जयंती मनाई जाती है। इस साल 26 अप्रैल को अक्षय तृतीया वाले दिन परशुराम जयंती है। 

परशुराम जयंती का पूजा मुहूर्त
तृतीया तिथि प्रारंभ: 11:50 बजे (25 अप्रैल 2020)
तृतीया तिथि समापन: 13:21 बजे (26 अप्रैल 2020)

भगवान परशुराम से जुड़ी कथा-
कथाओं के अनुसार भगवान परशुराम का जन्म ब्राह्मण कुल में हुआ था। वे ऋषि जमदग्नि और माता रेणुका के पुत्र थे। धार्मिक ग्रंथों में बताया जाता है कि ऋषि जमदग्नि सप्त ऋषियों में से एक थे। ऐसा किवंदतियां प्रचलित हैं कि भगवान परशुराम का जन्म 6 उच्च ग्रहों के योग में हुआ था, जिस कारण वे अति तेजस्वी, ओजस्वी और पराक्रमी थे। इनके बारे में किए वर्णन के अनुसार प्राचनी काल में एक बार इन्होंने अपने पिता की आज्ञा पर अपनी माता का सिर काट दिया था। परंतु बाद में अपने पिता से वरदान के रूप में उन्हें जीवित करने का वचन मां को पुनः जीवित कर लिया था।

Jyoti

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