Parivartana Yoga 2023: गुरु-मंगल बनाएंगे शक्तिशाली परिवर्तन राजयोग, इन राशियों के सपने होंगे पूरे

Thursday, Dec 14, 2023 - 08:45 AM (IST)

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Parivartana Yoga 2023: नवग्रह में देवगुरु का दर्जा हासिल बृहस्पति ग्रह और नवग्रह में सेनापति का दर्जा हासिल मंगल ग्रह ज्योतिष में बहुत ही शक्तिशाली माना जाने वाला परिवर्तन राजयोग बनाने वाले हैं। यह राजयोग 27 दिसंबर को बनने जा रहा है और इस राजयोग के बनने से कई राशियों के सपने पूरे होंगे। इस शक्तिशाली राजयोग का नाम ही परिवर्तन राजयोग है तो स्पष्ट है कि कई राशियों की जिंदगी में बहुत बड़ा परिवर्तन भी यह राजयोग लेकर आएगा।

ग्रहों के सेनापति मंगल 27 दिसंबर को रात 11 बजकर 40 मिनट पर धनु राशि में गोचर करने जा रहे हैं। धनु राशि के स्वामी देवगुरु बृहस्पति हैं। इसके साथ ही मंगल मकर राशि के बारहवें भाव में गोचर कर रहे हैं और गुरु इस राशि में वक्री अवस्था में चौथे भाव में विराजमान है। चूंकि मंगल और गुरु मित्र ग्रह हैं  इस कारण परिवर्तन योग का निर्माण हो रहा है। मकर राशि में बनने वाले परिवर्तन योग का असर हर राशि के जातकों के जीवन में किसी न किसी तरह से अवश्य पड़ेगा लेकिन इस परिवर्तन राजयोग की वजह से कई राशियों की किस्मत चमक उठेगी और अधूरे सपने भी पूरे होंगे।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, परिवर्तन राजयोग का निर्माण तब होता है, जब ग्रहों के स्वामी भाव का संयुक्त रूप से आदान-प्रदान होता है। दोनों ग्रह एक-दूसरे के भावों को अपने पास बुलाते हैं। ऐसा होने से केवल राशियों का आदान-प्रदान नहीं होता है। बल्कि ऊर्जा, प्रकृति और शक्ति का भी आदान-प्रदान होता है। परिवर्तन योग को सकारात्मक योगों में से एक माना जाता है। अब मैं उन भाग्यशाली राशियों के बारे में बताना चाहूंगा, जिनके लिए परिवर्तन राजयोग बेहद शुभ रहने वाला है और ऐसी पहली भाग्यशाली राशि कर्क राशि है, जो देवगुरु बृहस्पति की उच्च राशि है।


परिवर्तन योग बनने से कर्क राशि के जातकों को भी विशेष लाभ मिल सकता है। सेहत अच्छी रहेगी। इस राशि में मंगल छठे भाव में बैठे हुए हैं, जिसके स्वामी गुरु हैं। वहीं मंगल के स्वामी भाव दसवें में गुरु वक्री अवस्था में मौजूद हैं। ऐसे में इस राशि के जातकों को भी लाभ ही लाभ मिल सकता है। कार्यक्षेत्र में कुछ बदलावों का सामना करना पड़ सकता है। नई नौकरी बदलने के चांसेस काफी अधिक हैं। आपकी कोई इच्छा पूरी हो सकती है। विदेश में पढ़ाई करने की इच्छा पूरी हो सकती है। इसके अलावा विदेश या फिर लंबी दूरी की यात्रा कर सकते हैं।

दूसरी भाग्यशाली राशि कन्या राशि है। कन्या राशि वालों की लंबे समय से चली आ रही कोई बड़ी इच्छा पूरी हो सकती है क्योंकि देवगुरु बृहस्पति और मंगल दोनों कन्या राशि पर मेहरबान रहने वाले हैं। समाज में मान-सम्मान की बढ़ोतरी होगी। अपने आत्म विश्वास, बुद्धि से हर क्षेत्र में सफलता पा सकते हैं। इसके साथ ही आपको अपना करियर चमकाने का मौका मिल सकता है। बिजनेस में भी अपार सफलता के साथ मुनाफा होने के योग बन रहे हैं। जो छात्र विदेश में पढ़ाई करना चाहते हैं, तो उन्हें भी सफलता हासिल हो सकती है। फ्रेशर्स को नौकरी के कई अवसर मिल सकते हैं। भूमि, संपत्ति के खरीद-बेच में लाभ मिल सकता है। संतान पक्ष की ओर से भी कोई शुभ समाचार मिल सकता है। इसके साथ ही आय के नए स्त्रोत खुलेंगे और कर्ज से भी छुटकारा मिलेगा।

तीसरी भाग्यशाली राशि धनु राशि है। देवगुरु बृहस्पति की यह अपनी राशि है। देवगुरु बृहस्पति और मंगल का यह परिवर्तन राजयोग धनु राशि वालों की तकदीर और तस्वीर ही बदल देगा। धनु राशि वाले यदि इस अवधि में कोई व्यापार स्टार्ट करना चाहते हैं तो आपके लिए इससे बेहतर समय नहीं हो सकता है। आर्थिक स्थिति के लिए समय बहुत ही अच्छा रहने वाला है। किसी नए प्रोजेक्ट में पैसा इन्वेस्ट भी कर सकते हैं, जो आने वाले भविष्य में आपको बहुत मुनाफा देगा। करियर भी नई उड़ान भरेगा। खासतौर पर राजनीति में सक्रिय लोगों को बड़ा पद या सम्मान मिल सकता है। पैतृक संपत्ति, पैतृक व्यापार से लाभ मिलने के योग हैं।

चौथी भाग्यशाली राशि मकर राशि है। परिवर्तन योग मकर राशि के जातकों के लिए काफी लाभकारी सिद्ध हो सकता है क्योंकि इस योग के बनने से बारहवें और चौथे भाव में लाभ मिलेगा। ऐसे में जातक को हर प्रतियोगिता में सफलता हासिल होगी। विदेश जाने का मौका मिल सकता है। विदेश में प्रॉपर्टी बनाने की इच्छा पूरी होगी। गुरु वक्री अवस्था चौथे भाव में भी लाभ प्रदान करेंगे। भाई-बहन के साथ रिश्ते अच्छे होंगे। रिश्तों में आई खटास समाप्त हो सकती है। इसके साथ ही आत्मविश्वास और साहस की वृद्धि होगी। विदेश में संपत्ति या फिर वाहन खरीदने की चाहत पूरी होगी लेकिन इससे आपको अधिक खर्च भी हो सकता है।

पांचवी भाग्यशाली राशि कुंभ राशि है। कुंभ राशि में मंगल तीसरे भाव के स्वामी हैं और वह ग्यारहवें भाव में गोचर कर रहे हैं। इसके साथ ही गुरु की बात करें तो वह ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और तीसरे भाव में वक्री हो रहे हैं। ऐसे में परिवर्तन योग इस राशि के जातकों की किस्मत को भी जगा सकता है। भौतिक सुख की प्राप्ति हो सकती है। शारीरिक समस्याओं से निजात मिल सकती है। अपने सपनों और लक्ष्यों को पाने में सक्षम हो सकते हैं। आपको आपकी कड़ी मेहनत का फल मिलेगा। इस राशि के जातको को मनचाही पदोन्नति या वेतन वृद्धि मिल सकती है। आर्थिक स्थिति मजबूत हो सकती है। परिवार के साथ अच्छा समय बीतेगा।

गुरमीत बेदी
9418033344

 

Niyati Bhandari

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