शादी में हो रही है देर तो जाएं इस मंदिर, जल्द बजेंगी शादी की शहनाईयां

Saturday, Feb 15, 2020 - 05:32 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
महाशिवरात्रि के दिन भगवान शंकर के भक्त उनके मंदिरों के जाकर विधिवत उनकी पूजा-अर्चना करते हैं ताकि उनकी हर तरह की मनोकामना पूरी हो। मगर अधिकतर लोगों की इस दिन भोलेनाथ से एक ही कामना होती है। जी हां, आप समझ चुके हैं। शादी की तमन्ना लेकर हर कोई भोलेनाथ की पूजा-अर्चना करता है। क्योंकि शास्त्रों में इस दिन को लेकर मान्यता है कि फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को शिव-पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था। जिसका मतलब ये है कि अगर कोई जातक इस दिन शिव-पार्वती की साथ में पूजा-अर्चना करता है उसकी लाइफ में शादी से चल रही हर समस्या दूर हो जाती है। फिर चाहे वो शादीशुदी की बात हो या शादी न हो पाने की परेशानी।

एक मिनट, जरा ठहरिए क्या हम सही समझ रहे हैं क्या आपको इनमें से कोई परेशानी है। क्या आपकी शादी न होने के कारण आप परेशान रहते हैं तो आपको बता दें आज हम आपको एक ऐसा मंदिर बताने वाले हैं जहां शिव जी की पूजा करने से जल्द ही आपकी शादी के शहनाईयां बज सकती हैं। जी हां, देश में स्थित एक ऐसा मंदिर स्थित है जहां शिव जी सब कुंवारों के भाग्य खोल देते हैं।

बता दें जिस मंदिर की हम बात कर रहे हैं वो उत्तर प्रदेश के लखीमपुर-खीरी के मैगलगंज में गोमती के किनारे मढ़ियाघाट पर स्थित है। मंदिर को बाबा पारसनाथ के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि दरबार में स्थापित शिवलिंग का अभिषेक करने से कुंवारों को उनका मनचाहा जीवनसाथी मिल जाता है। मान्यता है कि प्राचीन काल में महर्षि व्यास के पिता पारसनाथ ने इस शिवलिंग का अधिष्ठान कराया था। जिस कारण इस शिवलिंग को पारसनाथ के नाम से जाना जाता है।

यहां कुंवारों की मुराद पूरी करते है भोले बाबा
इस घाट की एक विशेषता ये है कि यहां गोमती नदी उत्तरायणी बहती है। जिस में स्नान आदि करने से चर्म रोगों से ग्रसित व्यक्ति को उससे मुक्ति मिल जाती है। कहा जाता है कि यहां हर दिन सुबह में शिवलिंग की पूजा अर्चना स्वयं ही हो जाती है। मान्यता है कि अगर कोई भी व्यक्ति अपनी शादी न होने को लेकर परेशान है तो वह यहां आकर बाबा पारसनाथ का अभिषेक करता है तो जल्द ही उसकी इच्छा पूरी हो जाती है।

Jyoti

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