Papmochani Ekadashi 2022: भूल से भी न करें ये गलतियां, वरना हो जाएंगे कंगाल

Saturday, Mar 26, 2022 - 02:25 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
पापमोचनी एकादशी का व्रत इस बार 28 मार्च दिन सोमवार को पड़ रही है। धार्मिक व ज्योतिष शास्त्रों में किए वर्णन के अनुसार सोमवार का दिन देवों के देव महादेव को समर्पित होता है। जिस कारण ये दिन बेहद पावन व शुभ होता है। बात करें आने वाले सोमवार की तो इसका महत्व इसलिए अधिक हो जाता है, क्योंकि एकादशी तिथि पढ़ने के कारण इस तिथि पर शिव जी और विष्णु जी का इकट्ठा पूजन किया जा सकता है। तो वहीं ज्योतिष शास्त्रियों के अनुसार इस बार की पापमोचनी एकादशी पर सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है, जिस दौरान पूजा आदि जैसे कार्य अति फलदायक रहेंगे।

बता दें सर्वार्थ सिद्धि योग 28 मार्च, सुबह 6.16 बजे से दोपहर 12.24 तक रहेगा। इस दौरान किया गया है व्रत, पूजन आपको पूर्ण रूप से शुभ फलों की प्राप्ति करवाएया। इसके अलावा बात करें एकादशी तिथि की तो 27 मार्च को शाम 6.04 बजे से शुरू होकर 28 मार्च शाम 4.15 तक ये तिथि रहेगी। ज्योतिष विद्वान बताते हैं कि ऐसे में न केवल पूजा आदि किया जाना चाहिए बल्कि कुछ खास बातों का भी ध्यान रखना चाहिए।



शास्त्रों में लिखा है कि एकादशी तिथि के दिन अगर कोई गलती हो जाए तो श्री हरि विष्णु पूजा को स्वीकार नहीं करते। तो आइए जानते हैं कि कौन सी हैं बातें जिनका ध्यान रखना एकादशी तिथि के दिन अति अनिवार्य होता है।

पापमोचनी एकादशी 2022 ध्यान रखने वाली बातें-

शास्त्रों के अनुसार जिस व्यक्ति को पापमोचनी एकादशी का व्रत रखना हो, उसे एक दिन पूर्व ही तामसिक वस्तुओं जैसे मांस, लहसुन, प्याज, मदिरा आदि का सेवन छोड़ देना चाहिए।

किसी भी एकादशी व्रत के दौरान मन में किसी के प्रति मन में गलत विचार न आने दें। शास्त्रों के मुताबिक कोई भी व्रत के लिए मन, कर्म और वचन में शुद्धता होनी चाहिए।

व्रत की पूजा के दौरान एकादशी व्रत कथा का श्रवण या पाठ जरूर करना चाहिए। व्रती के लिए ऐसा करना अति अनिवार्य माना जाता है।

इस दौरान किसी भी व्यक्ति को बाल, नाखून और दाढ़ी काटने या बनाने जैसे कार्य से बचना चाहिए। ध्यान रहें ये नियम परिवार के सभी सदस्यों पर लागू होता है।



एकादशी व्रत वाले दिन घर में साफ-सफाई नहीं करनी चाहिए। इससे जुड़ी तथ्य इस प्रकार है कि झाड़ू लगाने से सूक्ष्म जीव मर सकते हैं, जिसे शास्त्रों जीव हत्या पाप बताया गया है। इसलिए खासतौर पर एकादशी के दिन ऐसा बिल्कुल नहीं करना चाहिए।



एकादशी व्रत में साबुन, शैंपू या सर्फ का उपयोग करने की मनाही होती है, माना जाता है इससे जीवन में सुख-समृद्धि की कमी आती है। इसलिए एकादशी वाले दिन इन चीजों का इस्तेमाल न करें।

इसके अतिरिक्त एकादशी व्रत रखने वाले व्यक्ति को बैंगन, चावल, मूली, सेम, जौ, मसूर की दाल, पान आदि का भी सेवन नहीं करना चाहिए। 


 

Jyoti

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