Padmini Ekadashi: आज पद्मिनी एकादशी पर बन रहे हैं शुभ योग, पढ़ें शुभ मुहूर्त

Saturday, Jul 29, 2023 - 09:44 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

Padmini Ekadashi 2023: सावन और अधिक मास का पवित्र महीना चल रहा है। इस माह में बहुत सारे महत्वपूर्ण त्योहार मनाए जाते हैं। पद्मिनी एकादशी व्रत अधिक मास में मनाया जाने वाला खास पर्व है। इस बार पद्मिनी एकादशी का व्रत 29 जुलाई 2023 यानी आज के दिन मनाया जा रहा है। इस एकादशी को पुरुषोत्तम एकादशी या सुमद्रा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। पद्मिनी एकादशी जगत के पालनहार श्री हरि को बहुत ही प्रिय है। अधिक मास में होने की वजह से इस एकादशी का महत्व और भी बढ़ जाता है। शास्त्रों में कहा गया है कि इस दिन जो भी व्यक्ति सच्चे मन से पद्मिनी एकादशी व्रत का पालन करता है, उसे विष्णु लोक की प्राप्ति होती है। इस दिन दान-पुण्य करने का भी खास महत्व होता है, इतना ही नहीं अधिक मास में पद्मिनी एकादशी पर भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए कुछ उपाय भी किए जा सकते हैं।


Auspicious time for Padmini Ekadashi fast पद्मिनी एकादशी व्रत का शुभ मुहूर्त
पद्मिनी एकादशी का व्रत 29 जुलाई यानी आज शनिवार के दिन मनाया जा रहा है। पद्मिनी एकादशी शुक्ल पक्ष की तिथि को मनाई जाती है। जिसका शुभारंभ 28 जुलाई को दोपहर 2:51 से शुरू हुआ था और 29 जुलाई दोपहर 1:05 पर समाप्त होगा। हालांकि पद्मिनी एकादशी का व्रत 29 जुलाई को ही रखा जाएगा।

Religious significance of Padmini Ekadashi fast पद्मिनी एकादशी व्रत का धार्मिक महत्व
अधिक मास में पड़ने वाली एकादशी का व्रत करने से जीवन में आनी वाली सारी परेशानियां दूर होती हैं। विद्वान कहते हैं कि पद्मिनी एकादशी के व्रत से बढ़कर कोई भी यज्ञ या दान नहीं है। इस दिन विधि-विधान से विष्णु जी की पूजा करने से मनचाही इच्छाएं पूरी होती हैं।


Auspicious yoga being made on Padmini Ekadashi पद्मिनी एकादशी पर बन रहे शुभ योग
पद्मिनी एकादशी पर दो बड़े ही शुभ योग बन रहे हैं। इस दिन ब्रह्म और इंद्र योग रहेंगे। 28 जुलाई को सुबह 11.56 बजे से 29 जुलाई की सुबह 09.34 बजे तक ब्रह्म योग रहेगा। इसके बाद 29 जुलाई को सुबह 09.34 बजे से 30 जुलाई को सुबह 06.33 बजे तक इंद्र योग रहेगा।

Measures to be taken on Padmini Ekadashi पद्मिनी एकादशी पर किए जाने वाले उपाय
पद्मिनी एकादशी के दिन शाम को तुलसी के आगे घी का दीपक जलाकर ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नम:  मंत्र का जाप करें और तुलसी की 11 बार परिक्रमा करें। ऐसा करने से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का आर्शिवाद बना रहता है।

पद्मिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु के आगे नौ मुखी दीपक जलाने के साथ अखंड ज्योति जलाएं। ऐसा करने से नौकरी में आ रही सारी दिक्कतें दूर होती हैं।

शास्त्रों में कहा गया है कि पीपल के पेड़ में विष्णु जी और मां लक्ष्मी का वास होता है। इसलिए पद्मिनी एकादशी वाले दिन पीपल की पूजा जरूर करनी चाहिए।  

 

Niyati Bhandari

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