रहस्यमई तहखानों से घिरा है ये अद्भुत भगवान विष्णु जी का ये मंदिर

Thursday, Jul 28, 2022 - 10:29 AM (IST)

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केरल के तिरुवनंतपुरम में स्थित पद्मनाभस्वामी मंदिर जो भगवान विष्णु जी को समर्पित है, पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। इस मंदिर को श्री हरि विष्णु के प्रमुख मंदिरों में एक तथा भारत के सबसे धनि मंदिरों में से एक माना जाता है। मान्यताओं के मुताबिक इस स्थान से भगवान विष्णु जी की स्वयंभू प्रतिमा प्राप्त हुई थी, जिसके बाद यहां मंदिर का निर्माण करवाया गया है। मंदिर के भीतर भगवान विष्णु जी की विशाल प्रतिमा स्थापित है, जिसमें नारायण लेटी हुई अवस्था में है। जिसे देखने उनके श्रद्धालु दूर-दूर से आते हैं। प्रचलित किंवदंतियों की मानें तो केरल में स्थित तिरुवनंतपुरम शहर का नाम विष्णु जी की शेषशैय्या अर्थात नाग देवता अनंत के नाम पर ही रखा गया था। बता दें भगवान विष्णु के इस स्वरूप को पद्मनाभ के नाम से जाना जाता है।  

मंदिर के दरवाजों को लेकर खास मान्यताएं प्रचलित हैं। जिसके अनुसार मंदिर के सर्वप्रथम दरवाजे से भगवान पद्मनाभ के सिर और शरीर को देखा जा सकता है, दूसरे दरवाजे से हाथ और तीसरे दरवाजे से पैर दिखाई पड़ते हैं। मंदिर की नक्काशी की बात करें तो बताया जाता है कि इसका निर्माण वास्तु को ध्यान में रखते हुए पत्थर और कांसे से किया गया है। तो वहीं परिसर के भीतर के हिस्से में बेहद सुंदर कारीगरी की गई है। इसके अलावा मंदिर में एक सोने का खंभा भी है जो इस दिव्य मंदिर की शोभा को ओर बढ़ाता है। आगे बताते चलें मंदिर में प्रवेश करने के लिए पुरुषों के लिए धोती और स्त्रियों के लिए साड़ी पहननी अनिवार्य है। 


अन्यथा मंंदिर में प्रवेश करना निषेध है। यहां हर वर्ष भव्य तरीके से महत्वपूर्ण उत्सवों का आयोजन किया जाता है। मंदिर के वार्षिकोत्सवों में लाखों की संख्या में श्रद्धालु भाग लेने के लिए आते हैं तथा प्रभु पद्मनाभस्वामी से सुख-शांति की कामना करते हैं। इस मंदिर से जुड़ी सबसे खास बात ये है कि श्री पद्मनाभस्वाामी मंदिर के नीचे पांच तहखाने बने हैं। बीते वर्षों में मंदिर के कुछ तहखानों में से लगभग 22 सौ करोड़ डॉलर, अमनोल हीरे, सोने का भंडार,  प्राचीन व विशेष मूर्तियों की प्राप्ति हुई थी। बता दें दरअसल मंदिर में 7 तहखाने हैं, जिसमें 6 खोले जा चुके हैं तथा केवल एक शेष है।

Jyoti

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