25 दिसम्बर को भारत में महत्वपूर्ण घटनाओं के घटित होने का अंदेशा !

Thursday, Nov 21, 2019 - 09:05 AM (IST)

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हिन्दू वैदिक ज्योतिष में धीमी गति से चलने वाले ग्रहों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। यह ग्रह राष्ट्रों तथा विश्व व्यापार में आने वाले महत्वपूर्ण घटनाक्रम को इंगित करते हैं। शनि, बृहस्पति तथा राहु-केतु भविष्य की घटनाओं को लेकर बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रहे हैं। ये सभी ग्रह 5 नवम्बर 2019 से लेकर 24 जनवरी 2020 तक धनु-मिथुन राशि में संचार करेंगे। 

इस अवधि के दौरान तेजी से चलने वाले ग्रह सूर्य, चंद्रमा तथा बुध भी 25 दिसम्बर को धनु राशि से गुजरने हैं, जिससे 7 ग्रहों की युति या आमने-सामने दृष्टि धनु-मिथुन राशियों में रहेगी। संजय चौधरी के अनुसार इस युति के बीच चंद्रमा 26 दिसम्बर को सूर्य व पृथ्वी के बीच में से गुजरेगा जिस कारण इस दिन सूर्य ग्रहण की स्थिति भी दिखाई देने वाली है। 

उन्होंने कहा कि इन ग्रहों की युति का असर ज्योतिषीय दृष्टि से कई घटनाओं को आने वाले महीनों में अंजाम दे सकता है। अगर भारत की कुंडली देखी जाए तो ये घटनाएं दूसरे व 8वें घर में बनने जा रही हैं और ये ग्रह भारतीय कुंडली में मंगल ग्रह को पीड़ित करेंगी। मंगल ग्रह हमारे पड़ोसियों को दर्शाता है इसलिए आने वाले महीनों में चीन से लगती सीमा पर कोई बड़ा तनाव पनप सकता है। आर्थिक फ्रंट पर कुछ और वित्तीय घोटाले सामने आ सकते हैं। इसी तरह से शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव भी देखने को मिल सकते हैं। 

उन्होंने बताया कि प्रमुख राजनीतिक दलों की कुंडलियों को देखा जाए तो भाजपा की कुंडली में सूर्य ग्रहण पहले व 7वें घरों को प्रभावित करेगा इसलिए संभव है कि केन्द्र की राजग सरकार से उसके कुछ और सहयोगी अलग हो सकते हैं क्योंकि 7वां घर बुरी तरह से प्रभावित होगा जोकि सहयोगी दलों से संबंधित होता है। 

पार्टी के कुछ वरिष्ठ सदस्यों को भ्रष्टाचार से संबंधित केसों का सामना करना पड़ सकता है। इसी तरह से अगर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस की कुंडली देखी जाए तो यह युति चौथे व 10वें घरों को प्रभावित करेगी, जिससे पार्टी के काम करने के ढंग में भारी परिवर्तन देखने को मिल सकते हैं। इसमें लगन का स्वामी प्रभावित होगा इसलिए कुछ वरिष्ठ सदस्यों को स्वास्थ्य संबंधी मुश्किलों से रू-ब-रू होना पड़ सकता है। 

Niyati Bhandari

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