ॐ से जुड़े ये Facts नहीं जानते आप तो, जरूर पढ़ें ये!

Sunday, Jun 05, 2022 - 10:57 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

हमारे धर्म शास्त्रों में लगभग प्रत्येक देवी-देवता से जुड़े मंत्र, चालीसा वर्णित है। परंतु इनमें से एक शब्द ऐसा है जो लगभग हर मंत्र आदि में उपयोग होता है। जी हां, शायद आप सही समढ रहे हैं, हम बात कर रहे ॐ की, जिसे शिव जी से जोड़कर देखा जाता है। कहा जाता है इसके उच्चारण करने वाले व्यक्ति को न केवल मानसिक बल्कि आत्मिक लाभों की भी प्राप्ति होती है। तो आइए आज जानते हैं ॐ का जप करने के आसान तरीकों से लेकर, इसके महत्व तक। बता दें ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर इसका जाप सही तरह से न किया जाए ये शुभ प्रभाव से तो व्यक्ति को दूर करता ही है, बल्कि शुभ की बजाए अशुभ फलों की प्राप्ति करवाता है।

कहा जाता है शिव पुराण के अलावा हिंदू धर्म के वेद शास्त्रों में भी ॐ  की महिमा का उल्लेख है। ऐसा माना जाता है कि दुनिया का प्रत्येक मंत्र ॐ के बिना अधूरा है। तो वहीं ग्रंथों में ये भी कहा गया है कि सारा संसार ॐ शब्द के भीतर समाया हुआ है। ॐ शब्द के बिना न केवल मंत्र बल्कि किसी प्रकार की कोई पूजा संपन्न नहीं होती।  धार्मिक शास्त्रों के अनुसार ॐ शब्द तीन अक्षरों से मिलकर बना है। ये अक्षर है अ, उ और म। तीन अक्षरों से मिलकर बना है-अ, ऊ और म। कहा जाता है ॐ शब्द ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों का संयुक्त स्वरूप है। शास्त्रों में उल्लेखित है कि इस एक ॐ शब्द में ही सृजन (creation), पालन (observance) और संहार (destruction) तीनों शामिल हैं।



आइए अब जानते हैं ॐ में मौजूद तीनों अक्षरों का अर्थ-
धार्मिक किंवदंतियों के मुताबिक अ का अर्थ है उत्पन्न करना, उ का मतलब है उठाना और म का अर्थ है मौन हो जाना, अर्थात ब्रह्मलीन हो जाना। ज्योतिष विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि जब भी ॐ का उच्चारण किया जाए तो इन तीन अक्षरों को ध्यान में जरूर रखना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड से ॐ की ध्वनि निकलती है। तो वहीं ॐ के उच्चारण से ही शरीर के विभिन्न भागों में कंपन शुरू हो जाती है जैसे की ‘अ’ शरीर के निचले हिस्से में (पेट के करीब) कंपन करता है।

‘उ’ से शरीर के मध्य भाग में कंपन होती है जो की (छाती के करीब)।

‘म’ से शरीर के ऊपरी भाग यानी (मस्तिष्क) में कंपन पैदा करता है। हिंदू धर्म के अनुसार अगर जो व्यक्ति नियमित रूप से ॐ का उच्चारण करता है उसे ब्रह्मांड की शक्तियां प्राप्त होती हैं।

इसके अलावा ओम शब्द के उच्चारण से कई शारीरिक, मानसिक, और आत्मिक लाभों की प्राप्ति होती है। ॐ का उच्चारण अत्यंत प्रभावशाली और चमत्कारिक लाभ पहुंचाने वाला माना गया है। परंतु कुछ लोग इसका उच्चारण सटीक विधि से नहीं करते जिससे इसका सही लाभ इन्हें नहीं मिल पाता। इसलिए इसे जपने की सही विधि का पता होना अति अनिवार्य माना जाता है।



यहां जानें ॐ के जाप से मिलने वाले फायदे-
ॐ का उच्चारण व जाप करने से तनाव और अनिद्रा जैसी समस्याओं से भी मुक्ति मिलती है।

ॐ का जाप करने से व्यक्ति की एकाग्रता और स्मरण शक्ति बढ़ती है।

ॐ मंत्र को जपने से पूरे  शरीर में कंपन होती है, जिससे शरीर को लाभ पहुंचता है।

इसे जपने से पेट व रक्तचाप से संबंधित समस्याओं से भी राहत मिलती है।

जो व्यक्ति सी तरीके से इस मंत्र का जप करता है उसके आस-पास वातावरण में सदैव सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

Jyoti

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