दृढ़ इच्छा शक्ति से छूटती हैं गलत आदतें

Sunday, Mar 13, 2022 - 12:42 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
भूदान आंदोलन के अगुवा विनोबा भावे के पास एक शराब की लत वाला युवक आया। उसने प्रार्थना की कि मैं बेहद परेशान हूं, मदिरा मेरा पीछा नहीं छोड़ती। विनोबा जी ने सुना और अगले कल आने को कहा। अगले दिन युवक आया और विनोबा जी को आवाज देने लगा। युवक की आवाज सुनकर विनोबा जी ने कहा कि मैं बाहर नहीं आ सकता क्योंकि मुझे एक खंभे ने पकड़ रखा है। युवक ने भीतर देखा कि विनोबा जी ने एक खंभे को पकड़ रखा है। 

यह देख युवक बोला आप स्वयं खंभे को छोड़ दें तो आप खंभे से अलग हो जाएंगे।

यह सुन कर विनोबा जी बोले बेटा मैं तुम्हें यही समझाना चाहता था कि मदिरा ने तुम्हें नहीं, तुमने मदिरा को पकड़ रखा है।

 तुम स्वयं ही शराब को छोड़ सकते हो। दृढ़ इच्छा शक्ति से तुम गलत आदतों को छोड़ सकते हो।  युवक विनोबा जी की शिक्षा से प्रभावित हुआ और मदिरा त्याग का वायदा कर खुशी-खुशी घर चला गया। 
 

Jyoti

Advertising