ऐसे लोगों पर किया जा सकता है आंखें बंद करके भरोसा

Monday, Jan 11, 2021 - 05:10 PM (IST)

कहते हैं कि मनुष्य जैसा सोचता है, उसके साथ वैसा ही होता है। इसलिए व्यक्ति को हमेशा अच्छी सोच ही रखनी चाहिए। कहा जाता है कि किसी पर भी कभी आंख बंद करके भरोसा नहीं करना चाहिए और ऐसा मानना गलत नहीं होगा, क्योंकि आज के समय में भरोसा किसी पर करना बहुत कठिन होता है। लेकिन हमारे धार्मिक ग्रंथों में ऐसे लोगों के बारे में बताया गया है, जिन पर यदि हम भरोसा न रखें या जिनके काम पर शंका करें, तो हमें सकारात्मक फल कभी नहीं मिलता। तो आइए जानते हैं उन लोगों के बारे में-

श्लोक-
देवे तीर्थे द्विजे मंत्रे दैवज्ञे भेषजे गुरौ।
याद्रशी भावना यस्य सिद्धिर्भवति ताद्रशी

अर्थात- देवता, तीर्थ, ब्रह्मा, मंत्र, ज्योतिषी, औषध और गुरु में जिसकी जैसी भावना रहती है, उसे उनका वैसा ही फल मिलता है।

देवता
लोगों में देवी और देवताओं को लेकर दो तरह की सोच पाई जाती है- आस्तिक और नास्तिक। जो लोग देव भक्ति में विश्वास रखते हैं, उन्हें आस्तिक कहा जाता है और जो भगवान में विश्वास नहीं रखते उन्हें नास्तिक। कई बार हमारा कोई काम या मनोकामना पूरी न होने पर हम भगवान पर विश्वास करना छोड़ देते हैं। उन पर से हमारी आस्था खत्म हो जाती है। जो लोग देवी-देवताओं में आस्था नहीं रखते हैं, उन्हें अपनी सोच के मुताबिक ही फल मिलता है।

तीर्थ
तीर्थ स्थानों में खुद भगवान का निवास माना जाता है। तीर्थ स्थानों पर लगभग हर समय भक्तों की भीड़ लगी रहती है, जिसकी वजह से वहां कई परेशानियों का सामना भी करना पड़ जाता है। ऐसे में कभी-कभी तीर्थों के प्रति मनुष्य की भावना नकारात्मक हो जाती है। ऐसी भावना के साथ तीर्थ की यात्रा करने पर भी मनुष्य को उसका पुण्य नहीं मिलता है।

ब्राह्मण
शास्त्रों में ब्राह्मणों का बहुत महत्व बताया गया है। किसी भी शुभ काम में ब्राह्मणों की पूजा करने और उन्हें दान देने की परंपरा भी है। परंपराओं का पालन तो हर कोई करता है, लेकिन बहुत ही कम लोग इसे पूरा सम्मान और आदर देते हैं। जो मनुष्य ब्राह्मणों पर विश्वास नहीं करता या उनके लिए अच्छी भावना नहीं रखता, उसे कभी भी अपने दान कर्मों का फल नहीं मिलता है।

Lata

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