सूर्य से सीखें अपने गुणों को बांटना फिर देखें कैसे बदल जाएगा जीवन
Thursday, Oct 31, 2019 - 01:41 PM (IST)
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
शास्त्रों में सूर्य देव को जीवन, स्वास्थ्य एवं शक्ति के देवता के रूप में पूजा जाता है। सूर्यदेव की कृपा से ही पृथ्वी पर जीवन बरकरार है। सूर्योपनिषद की श्रुति के अनुसार संपूर्ण जगत की सृष्टि तथा उसका पालन सूर्य ही करते है। सूर्य ही संपूर्ण जगत की अंतरात्मा हैं। छठ पूजा के अवसर पर आज हम आपको सूर्य देव से जुड़ी कुछ ऐसी खास बातों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनसे व्यक्ति के जीवन को जीने के लिए एक नई राह मिलेगी।
सूर्य से हमें सीखना चाहिए कि बिना रुके किस तरह आगे बढ़ना चाहिए। सूर्य बिना रुके हमेशा चलते रहता है, चाहे वातावरण कैसा भी हो। यानि कि व्यक्ति को अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते रहना चाहिए।
सूर्य से हमें परिस्थितियों से लड़ना सीखना चाहिए। जब भी सूर्य पर ग्रहण लगता है, वह इन परिस्थितियों से घबराता नहीं है , डट कर उन परिस्थितियों का सामना करता है।
सूर्य कभी किसी से भी भेदभाव नहीं करता है, वह अपनी रोशनी सबको प्रदान करता है, बिना किसी के साथ भेदभाव किए हुए।
धार्मिक ग्रंथो के अनुसार सूर्य को वेदों में जगत की आत्मा कहा गया है। सूर्य से ही इस पृथ्वी पर जीवन है। इस बात का सूर्य देव कोई अहंकार नहीं है।
सूर्य देव से हम कर्म के प्रति निष्ठा भाव सिख सकते हैं। सूर्य देव अपना कार्य पूरी निष्ठा ओर लगन से करते हैं।