New Year Eve पर Resolution लेने से पहले ज्योतिष दृष्टिकोण पर डालें नज़र

Tuesday, Dec 31, 2019 - 02:29 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
नए साल पर नया संकल्प लेने की परंपरा विश्वभर में प्रसिद्ध है। जिसे लोग Resolution कहते हैं। न्यू ईयर ईव (New year Eve)  पर लगभग हर इंसान कोई न कोई संकल्प लेता है। अगर इस परंपरा की बात करें तो इसके शुरूआत के बारे में किसी को पता नहीं है। मगर कहा जाता है कि संकल्प लेने के इस परंपरा को कहीं न कहीं ज्योतिष और आस्था के नज़रिए से जोड़ा जाता है। जी हां, कहा जाता है इसमें कुछ ऐसे संकल्प बताए गए हैं जिन्हें अगर नए साल पर लिया जाता है साल अच्छा व खुशहाल होता है। तो आइए जानते हैं कि इस साल ज्योतिष की दृष्टिकोण से आपको क्या-क्या संकल्प करना चाहिए-

आज कल लगभग लोगों की आदत होती है कि वो रोज़ाना देर से उठते हैं तो उन लोगों को 2020 में ब्रह्रा मुहुर्त में उठने का संकल्प लेना चाहिए। क्योंकि हिंदू धर्म के शास्त्रों में सुबह उठने को श्रेष्ठ माना गया है। बता दें सूर्योदय से पहले रात्रि 3 से सुबह 6 बजे का समय ब्रह्म मुहूर्त होता है। कहा जाता है इस समय सूर्य पृथ्वी के उत्तर-पूर्वी भाग में होता है जो चिंतन-मनन व अध्ययन के लिए सबसे बेहतर माना होता है।

प्रातःकाल की पूजा के उपरांत सूर्य उपासना और सूर्य देव को जल ज़रूर चढ़ाएं। ज्योतिष तथा धार्मिक शास्त्रमें सूर्य को मान-सम्मान तथा यश का कारक माना जाता है, इसलिए ऐसा करने से मान-सम्मान में वृद्धि होती है।

पूजा के बाद जाने-अनजाने में की गई हर गलती की भगवान के समक्ष खड़ेकर होकर क्षमा याचना ज़रूर करें।

घर के पूजा घर में जल रही पवित्र अग्नि ज्योति को कभी भी मुंह से फूंक मारकर न बुझाएं। धार्मिक दृष्टिकोण से ऐसा करना धार्मिक मान्यताओं के विरूद्ध है।

पूजा के बाद घर का दरवाज़ा या परदा बंद करना न भूलें।

घर के बाहर आए किसी गरीब व्यक्ति और साधु संतों को खाली हाथ न लौटने दें अपनी क्षमता अनुसार कुछ न कुछ ज़रूर दें।

घर के किसी भी कोने में मकड़ी के जाले न लगने दें। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है।

शाम के समय कभी न सोएं तथा बिस्तर पर कभी भी खाना न खाएं।

संभव हो तो नए वर्ष के पहले दिन किसी असहाय या अनाथ की मदद ज़रूर करें।

पूरे साल में रोज़ाना किसी भी एक मंत्र का जप करने का संकल्प ले, जीवन में शुभता का आगमन होगा।

इस नए साल में संकल्प लें कि बड़े बुजुर्गों और महिलाओं का भूलकर भी अपमान न करें।

Jyoti

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