दरवाज़े पर आए इन लोगों को खाली हाथ न लौटाएं वरना...

Tuesday, Feb 04, 2020 - 04:34 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
धर्म चाहे कोई भी हो हिंदू, सिक्ख, ईसाई, मुस्लिम। प्रत्येक धर्म में दान करने की परंपरा प्रचलित हैै। कहा जाता है प्रत्येक धर्म ग्रंथ में लिखा है कि दान करने से हमारे पाप तो नष्ट हो जाते हैं। साथ ही साथ हमें अच्छे फल प्राप्त होते हैं। मगर फिर भी कुछ ऐसे लोग होते हैं जो ये सब कुछ जानते हुए भी अपने द्वार पर आए लोगों को खाली हाथ लौटा देते हैं। इससे वो न केवल इन्हें अपने घर से भेजते हैं बल्कि जाने-अनजाने में अपने जीवन की खुशियों को भी अपने द्वार से लौटा देते हैं। तो अगर आप जानना चाहते हैं कि किन लोगों को दान-कर्म के लिए कभी मना नहीं करना चाहिए।

धार्मिक स्थलों पर दान करने का महत्व तो बहुत समय से है लेकिन घर के द्वार पर आए भिक्षु को खाली हाथ लौटाना हानिकारक हो सकता है। शास्त्रों के अनुसार, किन्हीं 4 लोगों को अगर खाली हाथ लौटाया जाए तो भाग्य दुर्भाग्य में बदल जाता है। इतना ही नहीं घर में आने वाली खुशियों में दोष आ जाता है।

भिखारी:
जब भी कभी घर के दरवाज़े पर कोई भिखारी आए तो उसे खाली हाथ कभी न लौटाएं। ज़रूरी नहीं है कि इन्हें पैसे ही दें अगर पैसे देने में सक्षम नहीं हैं तो खाने या पहनने लायक कोई भी वस्तु दे सकते हैं।  

किन्नर:
अगर घर या कार्यस्थल पर किन्नर आकर आप से कुछ मांगे तो उन्हें कभी खाली हाथ नहीं जाने दें। मान्यता है कि किन्नरों को दान करने से कुंडली में बुध ग्रह मज़बूत होता है। साथ ही घर में सुख-समृद्धि का वास भी होता है। बता दें किन्नरों को हरे रंग की वस्तु दान देने से बहुत ही लाभ प्राप्त होता है।

अपाहिज: 
कोई लाचार व्यक्ति मदद के लिए आपके घर के द्वार पर आए तो उसकी मदद ज़रूर करें। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ऐसे लोग शनि-राहु के प्रतीक होते हैं। जिन्हें दान करने से क्रूर ग्रहों के प्रकोप से बचाव होता है। 

संत:
यदि कोई संत-महात्मा आपके दरवाज़े पर आए तो इन्हें भी कभी खाली हाथ न लौटाएं, ऐसा करना अपशगुन माना जाता है। बल्कि जब भी ये आएं  तो इनसे आशीर्वाद अवश्य प्राप्त करें और जाते वक्त कुछ देकर ही विदा करना चाहिए। 

Jyoti

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