सावन 2019: कोई आम शिवभक्त  नहीं कर सकता इन ज्योतिर्लिंगों का अभिषेक

Tuesday, Jul 23, 2019 - 01:54 PM (IST)

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सावन के महीने में लोग शिवालयों में पूजा करने के साथ-साथ देश में स्थापित 12 ज्योतिर्लिंगों की भी खास विधि से भोले भंडारी की पूजा-आराधना करते हैं। कहा जाता है सावन के पावन माह में ज्योतिर्लिंगों की पूजा करने का अधिक महत्व है क्योंकि मान्यताओं के अनुसार भारत में स्थापित सभी ज्योतिर्लिंग स्वयंभू है। इसका अर्थात जो धरती में से खुद प्रकट हुए हैं। माना जाता है कि इन सभी लिंगों में साक्षात भगवान शिव का वास है। जिस कारण सावन में इनकी अर्चना अधिक फलदायी मानी जाती है। इन्हीं मान्यताओं के चलते हर कोई सावन में इन ज्योतिर्लिंगों के दर्शन करने की और विधि-वत इनकी पूजा करने की इच्छा रखता है। मगर बहुत कम लोग जानते हैं इन ज्योतिर्लिंगों की पूजा में कुछ खास बातों का ध्यान रखना बेहद ज़रूरी होता है। अगर इन बातों को नज़र अंदाज़ किया जाए तो कहते हैं पूजा का संपूर्ण फल नहीं मिल पाता।

कुछ धार्मिक मान्यताओं व परंपराओं के अनुसार इन 12 ज्योतिर्लिंगों में से 7 ऐसे ज्योतिर्लिंग हैं जिनका कोई आम शिव भक्त पंचामृत से अभिषेक नहीं कर सकता।

आइए जानें कौन-कौन से है ये 7 ज्योतिर्लिंग-
देश में 12 में से 7 ज्योतिर्लिंग ऐसे हैं जहां पर शिव भक्तों को पंचामृत से शिवलिंग का अभिषेक नहीं करना चाहिए। कहा जाता है  इन शिव ज्योतिर्लिंगों का अभिषेक केवल निर्धारित पुजारी द्वारा ही किया जाता है।

1- ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग
2- घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग
3- त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग
4- भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग
5- मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग
6- केदारनाथ ज्योतिर्लिंग
7- सोमनाथ ज्योतिर्लिंग

उपरोक्त बताए गए ज्योतिर्लिंगों का पंचामृत से कभी भी अभिषेक नहीं किया जाता। इनके अलावा 5 में से 3 ऐसे ज्योतिर्लिंग हैं जिनका किसी के द्वारा भी पंचामृत से अभिषेक किया जा सकता है।
8- काशी विश्वनाथ
9- रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग
10- नागेश्वर ज्योतिर्लिंग

ये है बाकि के 2 ज्योतिर्लिंग-
11- वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग
12- महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग

बता दें हिंदू धर्म के ग्रंथों के अनुसार हर ज्योतिर्लिंग का अपना-अपना अलग महत्व है।
 

Jyoti

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