महाभारतः किसी से दोस्ती करने से पहले रखें, इन बातों का ख्याल

Friday, Jul 05, 2019 - 05:37 PM (IST)

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हमारे धार्मिक ग्रंथों में ऐसी कई बातें बताई गई हैं, जिन्हें अगर कोई व्यक्ति अपने जीवन में उतार ले तो एक सफल व कुशल इंसान बन सकता है। कई लोग सोचते हैं कि धार्मिक ग्रंथों में केवल देवी-देवताओं के बारे में ही बताया गया हैं, जबकि ऐसा नहीं होता है। कई ग्रंथ ऐसे भी हैं जिनमें सफल जीवन जीने के कई रहस्यों के बारे में बताया गया है। महाभारत के वनपर्व में दोस्ती को लेकर ऐसी 3 बातों के बारे में कहा गया है। जिससे हम एक अच्छा दोस्त पा सकते है। इसके साथ ही बुराइयों से कोसों दूर रह सकते हैं।

श्लोक
येषां त्रीण्यवदातानि विद्या योनिश्च कर्म च।
ते सेव्यास्तैः समास्या हि शास्त्रेभ्योपि गरीयसी।।

इस श्लोक का मतलब है कि किसी को दोस्त बनाने से पहले उसकी शिक्षा और ज्ञान, उसके परिवार या परिवार के लोगों की जानकारी के साथ-साथ उनकी आदतें और काम के बारे में जानने के बाद ही दोस्त बनाएं।

शिक्षा और ज्ञान
महाभारत के अनुसार अगर आप किसी को अपना दोस्त बना रहे हैं तो पहले यह जरूर देखना चाहिए कि उस व्यक्ति के ज्ञान का स्तर क्या है। कई लोग हमारे आसपास ऐसे भी होते हैं जोकि पढ़ाई-लिखाई से दूर फालतू घूमना, हंसी-ठिठोली करना, दूसरों का मजाक उठाना आदि करते हैं। जोकि उनका स्वभाव बन जाता है। ऐसे लोगों से दूरी बनाकर ही रखें। एक अच्छा और ज्ञानी पुरुष भी अपने दोस्तों को सही राह में ला सकता है।

परिवार के लोगों की जानकारी
महाभारत के अनुसार जिससे आप दोस्ती करने वाले है। उसके परिवार के बारे में भी जानकारी रखनी चाहिए क्योंकि बिना जाने शायद आप एक दुष्ट, चोर या पापी प्रवृत्ति के इंसान से दोस्ती कर लेते है। ऐसे लोग आपको ही बाद में नुकसान पहुंचा सकते हैं।

आदतें और काम
आप जिससे भी दोस्ती कर रहे है उसके काम और आदतों के बारे में जानने के बाद ही हाथ आगे बढ़ाएं। यदि किसी की बुरी आदतों को जाने बिना ही या उन्हें नजरअंदाज करके आप किसी के दोस्ती कर लेंगे तो, कभी ना कभी इनका दुष्परिणाम आपको झेलना पड़ सकता है।

Lata

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