Nehru Park Delhi: हरियाली के बीच खूबसूरती भरा सफर नेहरू पार्क, आप भी उठाएं इसका आनंद
punjabkesari.in Sunday, Apr 21, 2024 - 12:26 PM (IST)

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Nehru Park Delhi: सबसे खूबसूरत हरे-भरे इलाकों में से एक और दिल्ली के बीचों बीच चाणक्यपुरी में स्थित नेहरू पार्क दिल्ली में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है और मनोरंजक गतिविधियों का भी केंद्र है। इस पार्क की खूबसूरती देखने तथा यहां घूमने के लिए प्रतिदिन खासकर अवकाश के दिनों में लोगों की अच्छी-खासी भीड़ रहती है।
यह पार्क जितना मनमोहक है, उतना ही यहां आयोजित होने वाले धार्मिक, सांस्कृतिक और अन्य कार्यक्रमों के लिए आकर्षित करता है।
प्रवेश नि:शुल्क, दिनभर ले सकते हैं आनंद
पार्क में प्रवेश नि:शुल्क है तथा यह सुबह 6 से रात 8 बजे तक खुला रहता है। लोक कल्याण मार्ग या जोर बाग मैट्रो स्टेशन से सटे इस पार्क की दिल्ली हवाई अड्डे से दूरी 20 मिनट (8.4 कि.मी.) है। नेहरू पार्क दिल्ली के डिप्लोमैटिक एंक्लेव चाणक्यपुरी के एक सिरे पर स्थित है। यह लगभग 80 एकड़ क्षेत्र में फैला है। यहां विभिन्न किस्म के पेड़-पौधे लगाए गए हैं। इस पार्क का नामकरण भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के नाम पर किया गया है।
पार्क की नींव 1969 में चाणक्यपुरी के निर्माण के समय रखी गई थी। इस पार्क के बीचों-बीच गुलाब के पौधों की भरमार है, जिन पर दिसम्बर अथवा दूसरे महीनों में गुलाब के फूल खिला करते हैं। पार्क में चारों ओर धावक परिपथ बना हुआ है। यह सुबह-शाम सैर या व्यायाम करने वालों के साथ ही धावकों और एथलीटों के बीच भी लोकप्रिय है। नेहरू पार्क में समय-समय पर संगीत महोत्सव, सूफियाना संगीत, तबला वादन आदि जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता रहता है।
तीन हिस्सों में बंटा हुआ है पार्क
बता दें कि पार्क तीन हिस्सों में विभाजित है। अशोक होटल की तरफ से शुरू करने पर पहले भाग में मुख्य उद्यान स्थित है। मध्य भाग में प्राचीन शिव मंदिर है, जिसे पांडव कालीन बताया जाता है। तीसरे भाग में तरणताल है। इसका इस्तेमाल केवल नेहरू पार्क क्लब की सदस्यता रखने वाले सरकारी अधिकारी और उनके परिजन ही कर सकते हैं। नेहरू पार्क के अशोक होटल वाले हिस्से में मौजूद तालाब के किनारे रूसी क्रांतिकारी व्लादीमीर लेनिन की अष्ठधातु एलोय से निर्मित मूॢत लगी हुई है। इसका अनावरण रूसी क्रांति की 70वीं जयंती के अवसर पर 1 नवम्बर, 1987 को सोवियत संघ के प्रधानमंत्री निकोलाई रिझकोव और तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने किया था।
दिल्ली सरकार द्वारा इस मूॢत को यहां से हटाने के तमाम प्रयास किए जाने के बावजूद कम्युनिस्ट संगठनों के प्रबल विरोध के चलते ऐसा करना संभव नहीं हो सका। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माक्र्सवादी) के सदस्य और उसकी सांस्कृतिक इकाई जन नाट्य मंच के सदस्य यहां आमतौर पर हर वर्ष लेनिन के जन्मोत्सव के अवसर पर जमा होकर कविता पाठ करते हैं तथा क्रांतिकारी गीत गाते हैं।
फ्लॉवर शो होता है खास आकर्षण
एन.डी.एम.सी. ने इसी पार्क में पिछले दिनों फ्लावर शो का आयोजन किया था। फ्लावर शो में देसी व विदेशी गुलाब के फूलों की अलग-अलग किस्मों को दर्शाया गया था। हजारों लोगों ने इस गुलाब महोत्सव का जमकर लुत्फ उठाया था। इससे पूर्व नीदरलैंड्स से लाए गए ट्यूलिप फूल महोत्सव का आयोजन किया था। ट्यूलिप महोत्सव में रंग-बिरंगे फूलों ने लोगों का मन मोह लिया। इस महोत्सव के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया था।