Navratri Day 8 Mahagauri & Maa Siddhidatri: एक साथ होगी महागौरी और मां सिद्धिदात्री की पूजा, जानें कैसे करें 1 दिन में 2 देवियों को प्रसन्न
punjabkesari.in Friday, Oct 11, 2024 - 08:55 AM (IST)
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Navratri 2024 Day 8, Maa Mahagauri & Maa Siddhidatri: शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 3 अक्टूबर से हो चुकी है और इस बार नवरात्रि का समापन 12 अक्टूबर, विजयादशमी यानी दशहरा पर होगा। शारदीय नवरात्रि में दो दिन बहुत ही खास माने जाते हैं पहली अष्टमी तिथि और दूसरी नवमी तिथि इसीलिए इन्हें महाअष्टमी और महा नवमी कहते हैं। महाअष्टमी तिथि के दिन नवदुर्गा के आठवें स्वरूप माता महागौरी की पूजी की जाती है। साथ ही महा नवमी के दिन मां सिद्धिदात्री की उपासना की जाती है।
जो भक्त अष्टमी को कन्या पूजन करना चाहते हैं, वह 11 अक्टूबर (शुक्रवार) दोपहर 12 बजकर 07 मिनट के पहले कर सकते हैं। वहीं जो भक्त नवमी को कन्या पूजन करना चाहते हैं, वह 12 अक्टूबर (शनिवार) सुबह 10 बजकर 59 मिनट के पहले कर सकते हैं। अगर किसी कारणवश भक्त अष्टमी या नवमी तिथि को कन्या पूजन नहीं कर पाये तो चतुर्दशी तिथि को कन्या पूजन कर सकते हैं।
What is the significance of Kanya Poojan कन्या पूजन की क्या है मान्यता
धर्म ग्रंथों के अनुसार तीन साल से लेकर नौ साल की कन्याएं साक्षात माता का स्वरूप मानी जाती हैं। कन्या पूजा के बिना नवरात्र का अनुष्ठान संपन्न नहीं होता। इस दिन देवी दुर्गा के भक्त कन्या पूजन भी करते हैं। मान्यता के अनुसार कुछ परिवारों में कन्या पूजन अष्टमी के दिन होता है तो कुछ में नवमी के दिन। इन कन्याओं को मां दुर्गा के नौ रूपों के नौ स्वरूप को मानकर इनकी पूजा की जाती है। इस दिन दुर्गा मां की पूजा के बाद कंजकों (कन्याओं) को भोजन कराया जाता है। नौ कन्याओं के साथ ही एक लड़के को भी भोजन कराया जाता है। कन्या पूजन से पहले कन्याओं के पैर साफ पानी से धोएं, फिर तिलक लगाकर मौली बांधे। व्रती के घर में इस दिन खीर, पूड़ी, हल्वा और काले चने बनाए जाते हैं और कन्याओं को खिलाए जाते हैं। व्रती सभी कन्याओं से आशीर्वाद लेकर इन्हें भेंट स्वरूप कुछ गिफ्ट या दक्षिणा देते हैं।
Pray to the girls with these mantras during Kanya Poojan कन्या पूजन पर इन मंत्रों से करें कन्याओं से प्रार्थना
मंत्राक्षरमयीं लक्ष्मीं मातृणां रूपधारिणीम्। नवदुर्गात्मिकां साक्षात् कन्यामावाहयाम्यहम्।।
जगत्पूज्ये जगद्वन्द्ये सर्वशक्तिस्वरुपिणि। पूजां गृहाण कौमारि जगन्मातर्नमोस्तु ते।।
।। कुमार्य्यै नम:, त्रिमूर्त्यै नम:, कल्याण्यै नमं:, रोहिण्यै नम:, कालिकायै नम:, चण्डिकायै नम:, शाम्भव्यै नम:, दुगायै नम:, सुभद्रायै नम:।।
Donate these things according to your rashi राशि अनुसार करें इन चीजों का दान
मेष राशि- इस दिन आप कन्याओं को लाल वस्त्र, लाल रुमाल, लाल कंगन, गुड़, नारियल, घी, केसर और 21रुपए कन्याओं को भेंट करें।
वृष राशि- चांदी के आभूषण, आटा, चीनी, चावल, दूध और सफेद वस्त्र भेंट स्वरूप दे सकते हैं।
मिथुन राशि- इस दिन आप कन्याओं को हरे रंग के वस्त्र, कांसे का कोई बर्तन, मूंग की दाल, घी, हरा फल आदि कन्याओं को भेंट करें।
कर्क राशि- इस राशि के लोगों के लिए कन्याओं को चांदी की कोई वस्तु जैसे थाली, गिलास, चम्मच, चावल, मिश्री, सफेद वस्त्र, दूध आदि कन्याओं को भेंट करें।
सिंह राशि- स्वर्ण के आभूषण, तांबे का बर्तन, गुड़, घी, माता की लाल चुनरी, केसर और 11 रुपए भेंट करें।
कन्या राशि- कन्या राशि के लोगों के लिए कन्याओं को हरे रंग के वस्त्र, चांदी के सिक्के, किताबें कन्याओं को भेंट करें।
तुला राशि- तुला राशि के व्यक्ति भी कन्याओं को कोई सफेद रंग के वस्त्र कपड़ा, चावल और आटा भेंट करें।
वृश्चिक राशि- वृश्चिक राशि के लोग कन्याओं को माता की लाल रंग के वस्त्र, गुड़, घी आदि भेंट करें।
धनु राशि - पीले रंग के वस्त्र, कांस्य पात्र, हल्दी, घी, केले आदि भेंट करें।
मकर राशि- चांदी के सिक्के, लोहे की कोई चीज, नीले रंग के वस्त्र, तेल या आयनमेंट आदि का भेंट करें।
कुंभ राशि- चांदी के कंगन, मकर के समान ही कुंभ राशि के लोग भी कन्याओं को नीले रंग के वस्त्र आदि भेंट करना कल्याण कारी रहता है।
मीन राशि- पीले रंग के वस्त्र, सोने के आभूषण, हल्दी आदि कन्या को अवश्य भेंट करें।
Sharaddiya Navratri is called Durga Ashtami शारदीय नवरात्रि को कहते हैं दुर्गा अष्टमी
शारदीय नवरात्रि के अष्टमी तिथि के दिन मां दुर्गा के महागौरी स्वरूप का पूजन किया जाता है। इसे दुर्गा अष्टमी भी कहते हैं।पौराणिक कथाओं के अनुसार एक बार माता पार्वती ने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कठोर तप किया था और हजारों वर्ष तप करने माता पार्वती का शरीर काला पड़ गया था। जिसके बाद भगवान शिव माता गौरी से प्रसन्न हुए और उन्हें महागौरी नाम दिया। तभी से दुर्गा अष्टमी के दिन महागौरी का पूजन किया जाता है।
Mahanavami of Navratri is special नवरात्रि की महानवमी होती है खास
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मां दुर्गा का नौवां अवतार मां सिद्धिदात्री हैं और शारदीय नवरात्रि के नौवें दिन मां सिद्धिदात्री का पूजन किया जाता है। मां सिद्धिदात्री का पूजन करने से नौ सिद्धियां प्राप्त होती हैं और फिर इसके अगले दिन दशहरा का पर्व मनाया जाता है।