सूर्य करेंगे रोहिणी नक्षत्र में Entry, 25 मई से शुरू होगा नौतपा

Saturday, May 23, 2020 - 06:37 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों से लेकर नक्षत्रों तक के बारे में बताया गया है। साथ ही इसमें कई तरह के उपाय आदि बताए गए हैं। इसके साथ ही इसमें नक्षत्रों व ग्रहों के फेरबदल से बनते योग आदि के बारे में बताया जाता है। अब आप समझ तो गए अपने इस आर्टिकल में हम आपको इसी से जुड़ी कोई जानकारी देने वाले हैं। तो बता दें आप बिल्कुल सही सोच रहे हैं। हिंदू पंचांग के मुताबिक ज्येष्ठ माह में ग्रहों के राजा सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते हैं। जिसके बाद गर्मी अपनी चर्म सीमा पर पहुंच जाती है। ज्योतिशास्त्र के अनुसार सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में होने से गर्मी बढ़ती है। बता दें इस साल 25 मई दिन सोमवार को सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश में कर रहे हैं और 8 जून, सोमवार तक इसी नक्षत्र में रहेंगे। इनके इस बदलाव के साथ ही नौतपा की शुरुआत हो जाएगी। आइए जानते हैं नौतपा से जुड़ी खास बातें- 

कब तक होगा नौतपा
ज्योतिष विशेषज्ञ बताते हैं जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में होता है और वृष राशि के 10 से 20 अंश तक रहता है, तब नौतपा लगता है। जिसके बाद सूर्य 15 दिन तक इस नक्षत्र में रहेंगे, इन्हीं 15 दिनों के शुरुआती 9 दिनों को नौतपा कहा जाता है। धार्मिक परंपराओं की मानें तो इन दिनों में कुछ विशेष कार्य किए जाते हैं। लेकिन वो कार्य कौन से है आइए जानें- |

महिलाएं मेंहदी लगाती हैं
प्रचलित परंपराओं की मानें तो इन दिनों में महिलाएं द्वारा हाथ-पांव में मेंहदी लगाने की परंपरा है। माना जाता है ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि मेंहदी की तासीर ठंडी होती है। जिसे लगाने से गर्मी से राहत मिलती है। चूंकि नौतपा में सूर्य की गर्मी बहुत अधिक होती है, इसलिए प्राचीन समय से ही इन दिनों में मेंहदी लगाना लाभदायक माना जाता है।
 
जल का दान

हिंदू धर्म में ही नहीं बल्कि हर प्रत्येक धर्म में दान का कई गुना फल प्राप्त होता है। कहा जाता है नौतपा के इन 9 दिनों में जल का दान करना शुभ होता है। क्योंकि नौतपा में गर्मी बढ़ जाती है जिस वजह से पानी की प्यास भी अधिक लगती है। इन दिनों जरूरतमंद लोगों को पानी पिलाना चाहिए। अगर आपसे कोई पानी मांगें तो उसको पानी अवश्य पिलाएं। 


 

Jyoti

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