Narsingh Jayanti 2021: भगवान नरसिंह विष्णु जी का चौथा अवतार हुए हैं। शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को नरसिंह जयंती के रूप में मनाया जाता है। श्री हरि विष्णु का ये रोद्र रूप अत्यंत पूजनीय है। इस रूप की आराधना कर भक्त हर प्रकार की बाधा से दूर हो सकते हैं। भगवान नरसिंह अत्यंत बलशाली, करुणामयी, रक्षक एवं भक्तवत्सल रूप हैं। आज जिस प्रकार की महामारी से विश्व जूझ रहा है। हम सबको इनके ऐसे ही रक्षक व बलशाली अवतार की आवश्यकता है। इनके करुणामयी रूप को अपने घर में स्थापित कर इनकी अनुकम्पा प्राप्त करनी चाहिए। नरसिंह जयंती के इस शुभ अवसर पर ये अचूक उपाय घर से हर प्रकार के अन्धकार, दुख और संकट से रक्षा करेंगे।
चतुर्दशी तिथि के दिन भगवान नरसिंह का चित्र जिसमें वह सिंहासन पर विराजमान हों घर के नैऋत्य कोण में स्थापित करें। घर की यह दिशा खराब होने पर हस्पतालों का खर्च अधिक बढ़ जाता है। जिससे बचने के लिए भगवान नरसिंह का सुंदर चित्र लाल रंग के फ्रेम में लगाएं।
जिन घरों में औषधियां काम न करती हों। अधिक समय से बीमारी पर दवाई असर न कर रही हो। उन घरों की अवश्य ही पूर्व की दिशा निर्बल होती है। प्रभु का वात्सल्य पूर्ण चित्र जिसमें की उनकी गोद में प्रहलाद जी बैठे हों। पूर्व की दीवार पर लगाएं लाभ मिलेगा।
अगर धन की समस्या बनी हुई है या किसी को दिया उधार वापिस नहीं मिल रहा तो भगवान नृसिंह जी का चित्र माता लक्ष्मी जी के साथ घर के उत्तर दिशा में लगाएं। शीघ्र ही धन प्राप्ति होगी।
संतान से जुड़ी परेशानियों से निजात के लिए नरसिंह जी के स्वरूप को ईशान कोण में लगाना चाहिए। चित्र सौम्य रूप में होना चाहिए।
आज जिस प्रकार की महामारी फैली हुई है। उससे हर व्यक्ति को भय है। अपने परिवार को सुरक्षित रखने के लिए भगवान नरसिंह के आलौकिक रूप को घर में पॉजिटिविटी बनाए रखने के लिए और इस भयंकर कोरोना रूपी राक्षस से रक्षा के लिए घर के ब्रह्मस्थान में अथवा मुख्य द्वार पर लगाएं।