नर्मदा जयंती 2020: इस उपाय को करने से शिव-पार्वती देंगे मनचाहा साथी

Saturday, Feb 01, 2020 - 01:45 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
आज माघ मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि 1 फरवरी, 2020 को नर्मदा जयंती का पर्व मनाया जा रहा है। स्कंद पुराण के रेवाखंड में ऋषि मार्केडेय जी ने उल्लेख किया है कि प्राचीन समय में नर्मदा तट पर भगवान नारायण यानि विष्णु के सभी अवतारों ने आकर मां की स्तुति की। पुराणों में ये भी कहा गया है कि संसार में एकमात्र मां नर्मदा नदी ही है जिसकी परिक्रमा सिद्ध, नाग, यक्ष, गंधर्व, किन्नर, मानव आदि सभी करते हैं। अगर इनकी महिमा की बात करें तो कहा जाता है शब्दों में इसका बखान कर पाना मुमकिन नहीं है। ज्योतिष विशेषज्ञों का मानना है कि देव सरिता मां नर्मदा अक्षय पुण्य देने वाली देवी कहलाती हैं। जो जातक श्रद्घा शक्ति और सच्चे मन से मां नर्मदा का अर्चन करता हैै उसकी सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। शास्त्रों में तो ये उल्लेख मिलता है कि जहां सरस्वती नदी में स्नान करने से फल तीन दिन में मिलता है, गंगा जी में स्नान से एक दिन में मिलता है। वही मां नर्मदा के दर्शन मात्र से ही शुभ फलों की प्राप्ति हो जाती है। 

मगर क्या आप जानते हैं ज्योतिष शास्त्र में इससे जुड़े कुछ ऐसे उपाय बताए गए हैं जो बहुत से लोगों के लिए अधिक लाभकारी साबित हो सकते हैं। खासतौर पर उन लोगों के लिए जिनकी शादीशुदा जिंदगी में काफ़ी तरह की परेशानियों को झेलना पड़ता है। जी हां, शायद आपको विश्वास न हो लेकिन क्योंकि नर्मदा नदी भगवान शिव के पसीने से उत्पन्न हुई थी इसलिए इनका कहीं न कहीं शिव जी से संबंध जुड़ा हुआ है। तो ज़ाहिर सी बात है इनसे संबंधित उपाय आदि करने से जातक को कई तरह के लाभ प्राप्त हो सकते हैं। तो अगर आप भी नर्मदा मां के आशीष से अपने जीवन को जल की तरह निरंतर चलाने की इच्छा रखते हैं तो आज आगे दिया गया उपाय करना न भूलें। इससे आपकी लाइफ में चल रही परेशानियां हमेशा-हमेशा के लिए खत्म हो जाती हैं। 

शास्त्रों में मां नर्मदा को न सिर्फ पापनाशिनी बताया गया हैं बल्कि इन्हें समृद्धि की अधिष्ठात्तरी देवी भी कहा जाता है। तो जिन लोगों के दांपत्य जीवन में खुशहाली न हो या जिन जातकों के विवाह में देरी हो रही हो तो इस दिन नर्मदा नदी में अवश्य स्नान करें। इसके बाद गीले वस्त्रों से शिव-पार्वती का पूजन कर पार्वती जी को लगा सिंदूर स्त्री या पुरुष अपने मस्तक पर लगाएं। ऐसा कहा जाता है इस उपाय को करने से शिव-पार्वती का आशीर्वाद प्राप्त होता है जिससे विवाह संबंधी सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं। 

Jyoti

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